आपका अखबार ब्यूरो।
ममता बनर्जी को भारतीय जनता पार्टी के साथ ही उनके करीबी रहे नेताओं से भी कड़ी चुनौती मिल रही है। ‘दीदी’ के अत्यंत निकट माने जाने वाले दिनेश त्रिवेदी शनिवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने 12 फरवरी को बजट सत्र के दौरान यह कहते हुए कि ‘तृणमूल कांग्रेस में दम घुट रहा है’ पार्टी की राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। त्रिवेदी के भाजपा में शामिल होने के फैसले को तृणमूल कांग्रेस ने पार्टी और जनता के साथ विश्वासघात बताया है। मुकुल रॉय, शुभेंदु अधिकारी जैसे नेताओं के बाद अब दिनेश त्रिवेदी ने भाजपा के खेमे में आकर तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी के लिए चिंता बढ़ा दी है।
झटके पर झटके
ममता बनर्जी को झटके पर झटके लग रहे हैं। टिकट कटने से नाराज तृणमूल कांग्रेस के विधायक भाजपा में शामिल होने को बेकरार दिख रहे हैं। चार बार से विधायक सोनाली गुहा इस बार टिकट न मिलने से ‘दीदी’ से नाराज हैं और उन्होंने भाजपा में जाने का मन बना लिया हहै। सोनाली साउथ 24 परगना की सतगछिया सीट से विधायक हैं। तृणमूल कांग्रेस के नेता दिनेश बजाज को इस बार ममता ने टिकट नहीं दिया तो उन्होंने भाजपा में जाने का ऐलान कर दिया। बजाज तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके हैं। उन्होंने भाजपा के लिए ‘गोरबो सोनार बांग्ला’ चुनाव प्रचार गीत जारी किया है।
7 मार्च को बड़ा धमाका
उधर दैनिक भास्कर की वेबसाइट के मुताबिक सौरव गांगुली और मिथुन चक्रवर्ती भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। विधानसभा चुनाव से पहले 7 मार्च बंगाल की राजनीति के लिए बड़ी तारीख हो सकती है। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता के ऐतिहासिक परेड ग्राउंड में बड़ी रैली है जिसमें बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली का पार्टी में शामिल होना तय है। भाजपा के भरोसेमंद सूत्रों के हवाले से खबर में कहा गया कि सौरव गांगुली के साथ-साथ मिथुन चक्रवर्ती, प्रोसेनजीत समेत बंगाल की कई नामी हस्तियां भाजपा में शामिल होंगी। गांगुली को भाजपा में लाने की पटकथा दिसंबर 2019 में ही लिखी जा चुकी थी। तब के पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहमति के बाद इसकी तैयारी शुरू कर दी थी।
भाजपा की शरण में जाने का सिलसिला
19 दिसंबर 2020: तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के सिलसिले की शुरुआत। ममता सरकार में मंत्री रहे शुभेंदु अधिकारी भाजपा में शामिल। उनके साथ सांसद सुनील मंडल, पूर्व सांसद दशरथ तिर्की और दस विधायकों ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। इनमें 5 विधायक तृणमूल के।
21 जनवरी 2021: शांतिपुर से विधायक अरिंदम भट्टाचार्य भाजपा में आए।
30 जनवरी 2021: पूर्व मंत्री राजीब बनर्जी, विधायक बैशाली डालमिया और प्रबीर घोषाल भाजपा में शामिल।
2 फरवरी 2021: डायमंड हार्बर से विधायक दीपक हल्दर ने भाजपा की सदस्यता ली।
2 मार्च 2021: पांडेश्वर से विधायक जितेंद्र तिवारी ने भाजपा का दामन थामा।
बंगाल में आठ चरणों में चुनाव
294 सीटों वाली पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए इस बार आठ चरणों में मतदान होगा। 27 मार्च को 30 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जाने से मतदान का क्रम शुरू होगा। 1 अप्रैल को 30 सीटों, 6 अप्रैल को 31 सीटों, 10 अप्रैल को 44 सीटों, 17 अप्रैल को 45 सीटों, 22 अप्रैल को 43 सीटों, 26 अप्रैल को 36 सीटों और 29 अप्रैल को 35 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मतगणना 2 मई को होगी और उसी दिन सभी चुनाव नतीजे प्राप्त हो जाएंगे।
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