69 वर्षीय म्यूजिक डायरेक्टर-सिंगर के निधन से देशभर में छाया शोक, एक पखवाड़े के भीतर संगीत की दुनिया के दो अनमोल सितारे डूब गए।
आपका अखबार ब्यूरो।
स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन से देश अभी पूरी तरह से उबरा भी नहीं था कि गीत-संगीत की दुनिया के एक और मशहूर सितारे ने दुनिया को अलविदा कह दिया। जाने-माने म्यूजिक डायरेक्टर, सिंगर और देश में डिस्को म्यूजिक को स्थापित करन वाले डिस्को किंग बप्पी लाहिड़ी का 69 वर्ष की उम्र में मंगलवार रात निधन हो गया। बप्पी दा ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया नामक बीमारी से पीड़ित थे। एक महीने तक अस्पताल में रहने के बाद सोमवार को ही उन्हें डिस्चार्ज किया गया था। मंगलवार को फिर से उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। पिछले साल भी वे कोरोना की चपेट में आए थे।
लता मंगेशकर के निधन पर बप्पी दा ने इंस्टाग्राम पर दिल छू लेने वाली पोस्ट शेयर की थी। लता मंगेशकर की पुरानी तस्वीर को शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में ‘मां’ लिखा था। इस तस्वीर में नन्हे-मुन्हें बप्पी दा लता मंगेशकर की गोद में नजर आ रहे हैं। वे उन्हें मां मानते थे। एक पखवाड़े के भीतर ही संगीत की दुनिया की मां-बेटे की यह जोड़ी और दो अनमोल सितारे हमें छोड़ कर चले गए।
उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सचिन तेंदुलकर, अजय देवगन, अक्षय कुमार, संजय दत्त सहित फिल्मी दुनिया और देश की कई बड़ी हस्तियों के अलावा तमाम लोगों ने शोक जताया है। बॉलीवुड और म्यजिक इंडस्ट्री से जुड़े लोग बप्पी दा के अंतिम दर्शन के लिए मुंबई स्थित उनके घर पहुंचेऔर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सोशल मीडिया पर भी उनके फैंस से लेकर सेलेब्स तक हर कोई उन्हें याद कर रहा है और अपनी तरह से श्रद्धांजलि दे रहा है।
डिस्को किंग के नाम से मशहूर बप्पी लाहिड़ी का असल नाम आलोकेश लाहिड़ी था।उनका जन्म 27 नवंबर, 1952 को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था। बॉलीवुड में कदम रखने के बाद उन्होंने अपना नाम बदल कर बप्पी लाहिड़ी रख लिया था। उन्होंने कितने ही ऐसे गाने बनाए जिसने लोगों को थिरकने को मजबूर कर दिया। 70-80 के दशक में उन्होंने एक से बढ़कर एक आइकॉनिक गाने दिए।उनके गाने लोगों को हंसाने और उन्हें चियर अप करते थे। हालांकि, पिछले काफी समय से वे सिंगिंग में उतने सक्रिय नहीं थे।लेकिन उन्होंने अपना आखिरी गाना भी जानदार तरीके से गाया, जिसे सुनकर हर कोई झूम उठे। बप्पी लाहिड़ी का आखिरी गाना टाइगर श्रॉफ और श्रद्धा कपूर की फिल्म ‘बागी 3’ से है, जिसका नाम है ‘भंकस’। ये गाना 1984 में आई फिल्म ‘तोहफा’ से है जिसमें ‘एक आंख मारू तो’ गाने को बप्पी दा ने गाया था।इस सुपरहिट गाने को वर्ष 2020 में ‘बागी 3’ के लिए रीक्रिएट किया गया।
बचपन से ही संगीत से था प्यार
बप्पी लाहिड़ी को बचपन से ही संगीत से प्यार था।जिस उम्र में बच्चे खिलौनौं से खेलते हैं उस उम्र में वे वाद्य यंत्रों से खेलते थे। कहते हैं कि तीनसाल की उम्र में ही उन्होंने तबला बजाना शुरू कर दिया था।17 साल की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते उन्होंने अपने करियर की दिशा तय कर ली थी। उनके माता-पिता दोनों संगीत की ही दुनिया से जुड़े हुए थे। ऐसे में जाहिर है, उन्हें घर में ही संगीत की शिक्षा मिली, लेकिन प्रसिद्ध संगीतकार, गायक एसडी बर्मन की वजह से वे फिल्म इंडस्ट्री में आए।आलोकेश लाहिड़ी को बर्मन दा के गाने बहुत पसंद आते थे, इसलिए उन्हें खूब सुना और नियम से रियाज किया करते थे।
जब बने डिस्को किंग
बप्पी दा ने भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के म्यूजिक को नए दौर से परिचय करवाया था।जिस दौर में लोग रोमांस से भरे गाने सुनते थे, उस दौर में उन्होंने डिस्को डांस से लोगों को परिचित करवाया। मिथुन चक्रवर्ती पर फिल्माया गया गाना- आई एम ए डिस्को डांसर… आज भी लोगों को जुबानी याद है। वो बप्पी दा ही थेजिनकी आवाज ने इस गाने को मशहूर किया था। बाद में बप्पी दा को डिस्को किंग के नाम से जाना जाने लगा। 1972 में बंगाली फिल्म दादू में उन्होंने पहली बार संगीत दिया था। इसके बाद बतौर संगीतकार पहली हिंदी फिल्म 1973 में आई ‘नन्हा शिकारी’ थी।फिल्मी दुनिया मेंउन्हें असली नाम और दाम मिला ताहिर हुसैन की फिल्म ‘जख्मी’ से।1975 में आई इस फिल्म में उन्होंने म्यूजिक भी दिया और प्लेबैक सिंगिंग भी की।इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
डिस्को डांसर, नमक हलाल, शराबी जैसी सुपरहिट फिल्मों के सुपरहिट म्यूजिक ने तो 80 के दशक में लोगों को उनका दीवाना बना दिया। डिस्को डांसर फिल्म का एक और गाना- याद आ रहा है तेरा प्यार… और मिथुन चक्रवर्ती, माधुरी दीक्षित अभिनीत फिल्म प्रेम प्रतिज्ञा का आइकॉनिक सॉन्ग- प्यार कभी कम नहीं करना… आज भी रोमांटिक गाने सुनने वालों की पहली पसंद हैं।
इंडियन गोल्ड मैन
बप्पी लाहिड़ी एक और वजह से काफी मशहूर थे। उनका नाम लेते ही जेहन में एक ऐसे व्यक्ति का ख्याल आता था जो सोने के जेवरों से लदा रहता था। उन्हें गोल्ड का काफी शौक था। वे अपने इस अनोखे अंदाज के लिए भी जाने जाते थे। बता दें कि अमेरिकन रॉक स्टार एल्विस प्रेसली को बप्पी दा काफी पसंद करते थे। उन्होंने इस रॉक स्टार को कई मौकों पर गोल्ड की चेन पहने देखा तो उनका ये अनोखा अंदाज उनके दिल को भी छू गया।एल्विस को देखकर बप्पी दा ने ठान लिया था कि अगर वो कभी कामयाब हुए तो अपनी अलग पहचान बनाएंगे। उन्होंने भी एल्विस की तरह ही चेन पहनना शुरू कर दिया। इसके बाद देखते ही देखते उनका ये शौक उनकी पहचान बन गई। यही वजह है कि उन्हें भारत का गोल्ड मैन कहा जाने लगा। उनकी इस अदा पर एक बार एक पार्टी में दिवंगत अभिनेता राजकुमार ने उनका मजाक उड़ा दिया था।
माइकल जैक्सन को भी नहीं दी अपनी चेन
वह गले में बेहद खूबसूरत चेन पहनते थे। इनमें से गणपति के लॉकेट वाली चेन को वह अपना लकी चार्म मानते थे। किंग ऑफ पॉप कहे जाने वाले माइकल जैक्सन का दिल भी डिस्को किंग की चेन पर आ गया था। हालांकि बप्पी लाहिड़ी ने उनको चेन नहीं दी। जबकि बप्पी लाहिड़ी का माइकल जैक्सन से काफी लगाव था। वे माइकल से प्रभावित थे और उनके लिए एक गाना भी कंपोज कर चुके थे। बप्पी दा ने अपने कई इंटरव्यूज में अपने म्यूजिकल आइडल से मुलाकात का जिक्र किया था। उन्होंने बताया था कि वर्ष1996 में जब माइकल जैक्सन मुंबई आए थे तब उनसे मुलाकात हुई थी। माइकल उनकी जूलरी देखकर प्रभावित हुए थे और उनके गणपति की तारीफ की थी। लेकिन वो मेरे लकी चार्म गणपति हैं और इसे उनसे बांट नहीं सकता था। गणपति ने मुझ पर आशीर्वाद बनाए रखा था। अगर मैं अपना गणपति माइकल को दे देता तो शायद उनका आशीर्वाद भी मुझ पर से हट जाता।