अहम बात है कि अजित पवार को वित्त मंत्रालय ही मिल गया है, जिसकी मांग वह कर रहे थे और शिवसेना खिलाफ थी। अजित पवार ने कहा कि हम सरकार का हिस्सा हैं और जो भी मंत्रालय मिलेंगे, हम उसमें खुशी से काम करेंगे। हमारी ऐसी कोई मांग नहीं है कि यह मिले या फिर कुछ और।

देखें, किस नेता को मिला कौन सा विभाग
वित्त – अजित पवार
कृषि – धनंजय मुंडे
सहकारिता- दिलीप वलसे पाटिल
चिकित्सा शिक्षा – हसन मुश्रीफ
नागरिक आपूर्ति – छगन भुजबल
खाद्य एवं औषधि प्रशासन- धर्मराव अत्राम
खेल एवं युवा मामले – अनिल भाईदास पाटिल
महिला एवं बाल कल्याण – अदिति तटकरे
अजित पवार समेत एनसीपी के कुल 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ 9 जुलाई को ली थी। इस घटनाक्रम के बाद ठीक एक साल बाद महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से भूचाल आ गया था। इससे पहले एकनाथ शिंदे ने 2022 में इसी तरह उद्धव ठाकरे की शिवसेना से बगावत की थी और फिर भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली। उनकी तरह ही अजित पवार ने बगावत की है और एनसीपी पर भी दावा ठोकते हुए चुनाव आयोग में अर्जी दाखिल की है। फिलहाल सभी की नजर इसी बात पर है कि अजित पवार गुट के किस नेता को कौन सा विभाग मिलता है। चर्चा इस बात की भी है कि शिवसेना और भाजपा के कुछ मंत्रियों के विभाग भी बदल सकते हैं।(एएमएपी)



