बिहार में भाजपा-जदयू की सरकार बनने के छह दिन बाद शनिवार को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृह विभाग पर अपना हक कायम रखा है। इसके साथ ही वित्त मंत्री की जिम्मेदारी पारंपरिक रूप से भारतीय जनता पार्टी को दी है। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को वित्त विभाग दिया गया है। बिहार विधानसभा में 12 फरवरी को बहुमत साबित करने में परेशानी को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच नीतीश कुमार ने आठ मंत्रियों को विभाग बांटते हुए सामान्य प्रशासन, गृह, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी और निर्वाचन विभाग के साथ बाकी मंत्रियों से बचे विभागों को भी अपने पास रखा है।

दोनों उपमुख्यमंत्रियों को दिए नौ-नौ विभाग

नई सरकार बनने के बाद सबसे ज्यादा चर्चा में रहे गृह विभाग को इस बार भी सीएम नीतीश कुमार ने अपने पास ही रखा। कहा जा रहा है कि भाजपा गृह विभाग अपने खाते में चाह रही थी। इधर, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को वित्त और स्वास्थ्य समेत 9 विभाग दिया गया है। वहीं दूसरे उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के पास कृषि, पथ, राजस्व और भूमि सुधार समेत 9 विभाग दिए गए हैं।  नीतीश कुमार के पास सामान्य प्रशासन, गृह, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन तथा ऐसे सभी विभाग जो किसी को भी आवंटित नहीं किए गए हैं वह उनके पास रहेंगे।

जदयू के विजय कुमार चौधरी के पास छह विभाग

उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के पास कुल नौ विभागों का जिम्मा है। इसमें वित्त, वाणिज्य कर, नगर विकास एवं आवास, स्वास्थ्य, खेल, पंचायती राज, उद्योग, पशु एवं मत्स्य संसाधन तथा विधि विभाग हैं। दूसरे उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के पास भी नौ विभाग हैं। इनमें कृषि, पथ निर्माण, राजस्व एवं भूमि सुधार, गन्ना उद्योग, खान एवं भूतत्व, श्रम संसाधन, कला संस्कृति एवं युवा, लघु जल संसाधन मंत्रालय तथा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण हैं। जदयू के विजय कुमार चौधरी के पास कुल छह विभाग हैं। इनमें जल संसाधन, संसदीय कार्य, भवन निर्माण, परिवहन, शिक्षा, सूचना एवं जनसंपर्क हैं। विजेंद्र प्रसाद यादव के पास पांच विभाग हैं, जिसमें ऊर्जा योजना एवं विकास, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन तथा ग्रामीण कार्य और अल्पसंख्यक कल्याण हैं।

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भाजपा के डॉ. प्रेम कुमार के पास पांच विभाग

भाजपा के डॉ. प्रेम कुमार के पास सहकारिता, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन तथा पर्यटन यानी कुल पांच विभाग हैं। जदयू के श्रवण कुमार के पास ग्रामीण विकास, समाज कल्याण, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग हैं। हम के संतोष कुमार सुमन को सूचना प्रावैधिकी, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। निर्दलीय सुमित कुमार सिंह को एक बार फिर से विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग का जिम्मा दिया गया है।(एएमएपी)