apkaakhbarसद्गुरु । 
क्या मरे हुए लोग वापस आते हैं? व्यक्ति के मरने के बाद पहले कुछ दिनों में- जब तक कि आप एक खास काबिलियत को अच्छे से स्थापित ना कर लें- आपको उस दिशा में नहीं देखना चाहिए। 

एक प्रश्न: 
मेरी दादी के गुजरने के बाद मुझे एक अनुभव हुआ जिसमें वह मेरे सामने आईं और उसके बाद में उनके कपड़े पहनने लगी। वैसे तो मैं धूम्रपान नहीं करती थी, पर मेरे अंदर सिर्फ धूम्रपान करने की इच्छा हो रही थी। ऐसा होने का कोई कारण है? क्या करें?

आपको यह करना चाहिए

आपको यह करना चाहिए कि आप मुर्दों से संबंध रखना छोड़ दीजिए। एक बात जो आपको समझनी चाहिए कि कोई आपकी दादी, आपकी मां, आपके पिता या वह जो भी हों- वे आपके लिए जो भी रहे हों- या आपके जितने भी प्रिय रहे हों- आपके जितने भी नजदीकी या अपने रहे हों… जैसे ही वे अपने शरीर, मन, बुद्धि और भावना की समझ छोड़ देते हैं तो आपका और उनका लेना-देना खत्म। उन्होंने वे सभी चीजें यहीं छोड़ दी हैं। जो भी चीजें आप उनके बारे में जानते थे वे खत्म हो गईं। कोई और चीज अब भी जारी है- लेकिन आपका कभी उससे कोई संबंध नहीं था। आपका संबंध अन्य पहलुओं से था। वे सभी पहलू तब खत्म हो गए जब उस व्यक्ति की मृत्यु हो गई। आपको किसी के मरने के बाद सिर्फ यही करना चाहिए कि आपने उनके साथ जो सुंदर पल बिताए हैं उन्हें बस अपने मन से संजो कर रखिए। अगर कुछ सुंदर था तो उसे संजो कर रखिए। वरना बस उन्हें भूल जाइए।

आपका उनसे कोई लेना देना नहीं

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अपना कसूर और समस्याएं मुर्दों के जरिए सुलझाने की कोशिश मत कीजिए। यह चीज जटिल बन सकती है बल्कि यह बहुत ही ज्यादा जटिल बन सकती है। मुर्दों को मुर्दों के पास छोड़ दीजिए- आप जानते हैं बहुत पहले किसी ने ऐसा कहा था। आपको मुर्दों को मुर्दों के पास छोड़ देना चाहिए। आपका उनसे कोई लेना देना नहीं है। जब तक आपमें एक स्तर की महारत ना हो आपको उस तरफ देखना भी नहीं चाहिए। कुछ नासमझी करने की कोशिश में आप जीवन में बुरी तरह से फंस जाएंगे।

शरीर नहीं तो भोजन-कपड़ों का क्या करेंगे

यह हो सकता है कि कुछ इस तरह की प्रवृतियां हों। जैसे लोग कुछ चीजें कर सकते हैं- लेकिन उसका कोई मतलब नहीं है। जिसके पास शरीर ही नहीं है उसका भोजन कपड़े या किसी भी चीज से कोई लेना देना नहीं है। है ना! जब आपके पास शरीर हो तभी आपको भोजन या कपड़ों की जरूरत होती है। जब आपने शरीर खो दिया तो भोजन और कपड़ों से आपका क्या लेना देना। जब बहुत भावनाएं घुल-मिल जाती हैं तो आपके अंदर और बाहर बहुत सी चीजें होंगी।

जो जीवित हैं उनके साथ रहिए

आप वहां जा रहे हैं। वहां जो भी काम करना है कीजिए। अपनी साधना कीजिए। उस इंसान के साथ रहिए जो अभी जीवित है। मुर्दों के साथ रहने की कोशिश छोड़ दीजिए।। बस- अपने दादा के साथ रहिए जो अब भी जीवित हैं। उनके लिए कुछ बेहतरीन कीजिए क्योंकि एक दिन वह भी मर जाएंगे। मैं ऐसी इच्छा नहीं कर रहा पर वह भी मर जाएंगे। तो जब आप उनके साथ कुछ समय के लिए हैं तो कुछ बेहतरीन कीजिए। कुछ समय के लिए जब तक कि आप वहां हैं- देखिए कि, आपके और उनके जीवन में कैसे कुछ सुंदर चीजें हों। अपनी दादी के साथ काल्पनिक चीजें मत कीजिए। आपकी दादी का लेना देना खत्म हो गया। अब उन्हें वापस आकर अपनी अलमारी में देखने की जरूरत नहीं है। बस यही है कि जो कपड़े वह पहन चुके हैं उसमें उनका कोई अंश अभी बाकी होता है।

मृतक के कपड़े जलाने का विधान

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इन सभी चीजों का भारत में ध्यान रखा जाता था। लोग इन चीजों को आम प्रक्रिया मानते थे- आत्मज्ञानी नहीं साधारण लोग। यह संस्कृति का इतना गहरा हिस्सा था कि जब कोई व्यक्ति मरता है तो जो भी कपड़े उस व्यक्ति के शरीर के संपर्क में थे और जो उसके शरीर से बहुत ज्यादा संपर्क में थे, उन्हें जला दिया जाता था। कभी रखा नहीं जाता था। वे कपड़े जो वह व्यक्ति कभी कभी पहनता था वे सिर्फ खून के रिश्ते से जुड़े लोगों को दिए जाते थे और किसी को नहीं। बेटी को, बेटे को, पोते को- या ऐसे किसी अन्य व्यक्ति को। वे कपड़े भी आपको पहले एक साल नहीं पहनने चाहिए। मृत्यु की पहली बरसी तक।

कपड़े ही अजीब चीजें करने लगेंगे

इन नियमों की वजह यह है कि जब हम यहां होते हैं- तब जिस भी चीज के संपर्क में आते हैं, उसमें हमारी कुछ ऊर्जा जुड़ जाती है। अगर आप इन्हें एक अवसर दें तो ये कपड़े ही अजीब चीजें करने लगेंगे। आपकी दादी को आने की जरूरत नहीं है। ये कपड़े खुद अजीब चीजें करने लगेंगे- क्योंकि स्थिर विद्युत नाम की एक चीज होती है। आप अपनी कार के दरवाजे को हाथ लगाते हैं और एक झटका लगता है। ऐसा क्यों होता है? कार बिजली नहीं बना रही है तो ऐसा क्यों होता है? बस किसी चीज के संपर्क में आने से यह ऊर्जा थोड़ी चार्ज हो जाती है। इसी तरह जो भी चीज आपके शरीर से गहरा संपर्क बनाती है उसमें आपका थोड़ा सा गुण आ जाएगा।

काला जादू

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क्या आप जानते हैं कि काला जादू कैसे होता है? कोई आपको नुकसान पहुंचाना चाहे तो सबसे पहले वे यह करेंगे कि आपकी अंडर वियर या बाल चुरा लेंगे। अगर वह आपके शरीर का हिस्सा पा सकें जैसे आप के बाल या नाखून पा सकें तो यह बहुत अच्छा है। अगर वे इसे नहीं पा सके तो फिर वे कोई ऐसा कपड़ा ढूंढ लेंगे जो आपके शरीर के सबसे ज्यादा संपर्क में हो। सबसे पहले आपके अंडर वियर गुम हो जाएंगे।

अंतःवस्त्रों की सुरक्षा

सचमुच भारत में लोग इन चीजों का बहुत ध्यान रखते हैं। वे हमेशा यह सुनिश्चित करते हैं कि अंडरवियर कभी बाहर ना रखे जाएं। अगर कोई अंडरवियर गायब हो जाए तो वे बहुत छानबीन करेंगे कि ऐसा कैसे हुआ? वे यह नहीं चाहते कि कोई ऐसा इंसान, जिससे आपकी कोई दुश्मनी हो, वह उसे ले जाए। विशेषकर मैले कपड़ों को भारतीय घरों में बहुत ध्यान से संभाला जाता है। इन दिनों यह बदल रहा है क्योंकि हम उन्हें किसी धोबी को दे देते हैं जो उन्हें ले जाता है। वरना पारंपरिक रूप से उसका बहुत ध्यान रखा जाता है। उन्हें एक बंद टोकरी में रखा जाता है और घर पर ही कोई उन्हें धोता है। उन्हें कभी बाहर नहीं ले जाया जाता।

मरने के बाद भी सक्रिय ऊर्जा

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अगर आपका बुरा चाहने वाला शरीर का कोई एक हिस्सा ले जा पाए- जैसे बाल या नाखून- तो वह एक अलग बात है। लेकिन सिर्फ कपड़ों से भी वे आपको कुछ कर सकते हैं- क्योंकि उसमें किसी मात्रा में आपकी ऊर्जा मौजूद है। तो व्यक्ति के मरने के बाद भी- अगर एक खास तरह की ऊर्जा सक्रिय है तो- वह थोड़ा चटक सकती है। वह पहलू चटक सकता है- ऐसे किस्से हुए हैं। पता नहीं मुझे यह बताना चाहिए या नहीं।

भूतों की कहानियां

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आपको भूत की कहानियों में मजा आता है। ऐसे किस्से हुए हैं कि कोई मर गया (जैसे कि वह बता रही हैं) और चीजें असल में यहां वहां हिलने लगीं। खासकर वे चीजें जो उनके काफी करीब थीं। वे खुद ही यहां-वहां हिलने-डुलने लगती हैं- व्यक्ति के मरने के बाद शुरुआती कुछ दिनों में। वह व्यक्ति यहां खुद आकर कुछ नहीं हिला रहा है। बात बस यही है कि जिस भी चीज से आपकी ऊर्जा जुड़ी हुई थी, वहां से बाहर जा रही है। वापस जाने की प्रक्रिया में थोड़ी सी हलचल होती है।

थोड़ी हलचल होती है इंजन के रुकते समय

Hindu Funeral Traditions | Everplans

अगर आपकी कार का इंजन ऑन है और कार खड़ी है- फिर आप उसे बंद करते हैं- तो इंजन के रुकते समय कार में थोड़ी हलचल होती है। क्या आपने यह देखा है? इन दिनों ऐसी कारें बनाई जाती हैं कि आप वहां हलचल ज्यादा नहीं देख पाते। वहीं पुराने इंजनों को अगर आप देखें तो उन्हें बंद करने पर डिक डिक डिक डिक आवाज़ होती है। इंजन बंद हो रहा है- असल में हलचल कम होनी चाहिए… लेकिन ऐसा नहीं होता। जब वह एक स्थिति से दूसरी स्थिति में जाता है तो थोड़ी हलचल होती है। उसी तरह से आपका इंजन बंद हो रहा है। अब हर जगह थोड़ी सी हलचल होगी। उस हलचल को देख गलतफहमी हो जाती है कि भूत यहां-वहां घूम रहे हैं। नहीं… कोई भूत नहीं है। बस ऊर्जा बाहर निकल रही है। ऐसा हो सकता है। जरूरी नहीं है कि ऐसा हर बार हो।

ताकि मुर्दों को रवाना किया जा सके

Doms of Varanasi make a living among the dead | Reuters

बहुत सी चीजों की कल्पना लोगों ने की है- लेकिन यह हो सकता है। ऐसा होता है तो इसके लिए… इन सभी चीजों से बचने के लिए… अगर कोई व्यक्ति आज मरता है तो तीन दिन बाद एक तरह की प्रक्रिया होती है- तेरहवें दिन अलग प्रक्रिया होती है- और चालीसवें दिन एक अलग प्रक्रिया होती है। ये सभी चीजें यह सुनिश्चित करने के लिए हैं कि उस व्यक्ति का कोई अंश बाकी न रह जाए। ताकि मुर्दों को रवाना किया जा सके और जीवित लोग अपना जीवन जी सकें।

ये कई तरीकों से ले सकती हैं आपका जीवन

अगर जीवित लोग मुर्दों से मिलने लगे तो वे भी कई तरीकों से अपना जीवन खो देंगे। ये भूतों वाली चीजें थोड़ी पहेली जैसी तो जगाती हैं- लेकिन ये कई तरीकों से आपका जीवन ले सकती हैं। ऐसे तरीकों से जो आप अभी समझ नहीं पाएंगे… और ऐसे तरीकों से जिनका अच्छा होना जरूरी नहीं है। आपका मुर्दों से जुड़ना पूरी तरह से आपका जीवन ले सकता है। इसका मतलब यह नहीं है कि कोई ऊपर बैठा है और आपका जीवन छीनने की कोशिश कर रहा है। नहीं। बस मुर्दों से जुड़कर ऐसा हो सकता है। जब तक आप पर्याप्त रूप से स्थापित और एक विशेष क्षमता वाले व्यक्ति न हों- आपको उस दिशा में नहीं देखना चाहिए। यह जरूरी नहीं है।
(लेखक आध्यात्मिक गुरु हैं)