भारतीय मूल के अमेरिकी उद्यमी अजय बंगा का निर्विरोध विश्व बैंक का प्रमुख बनना लगभग तय हो चुका है क्योंकि बुधवार को नामांकन समाप्त होने तक किसी भी देश ने सार्वजनिक रूप से उनके खिलाफ वैकल्पिक उम्मीदवार का प्रस्ताव नहीं दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 63 साल के बंगा को विश्व बैंक के अध्यक्ष पद के लिए नामित किया था।
मास्टरकार्ड इंक के पूर्व मुख्य कार्यकारी को राष्ट्रपति बाइडेन ने पिछले महीने ही नामित किया था, जब विश्व बैंक के वर्तमान अध्यक्ष डेविड मलपास ने लगभग एक साल पहले पद छोड़ने की अपनी योजना की घोषणा की थी। अगर अजय बंगा विश्व बैंक के अध्यक्ष बनते हैं तो वह भारतीय मूल के पहले ऐसे शख्स होंगे जो इस पद को सुशोभित करेंगे।
2019 में तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मलपास को नामित किया था, जो निर्विरोध चुने गए थे। इस वैश्विक संस्था का टॉप पोस्ट हमेशा एक अमेरिकी उम्मीदवार के पास ही जाता रहा है लेकिन इस बार चीन ने यह कहकर संशय पैदा कर दिया था कि उम्मीदवार उतारने पर उसका विकल्प खुला है।
विश्व बैंक के नियमानुसार इसके सदस्य देशों को इस पद के लिए नामांकन करने की अनुमति है। हालांकि, इस बार भी किसी और देश ने अपना नामांकन नहीं किया और इस तरह फिर से इस पद का अमेरिकी उम्मीदवार के पक्ष में जाना लगभग तय है।
कौन हैं अजय बंगा
अजय बंगा का निजी क्षेत्र में, खासकर वित्त और बैंकिंग क्षेत्र लंबा करियर रहा है। वह फिलहाल जनरल अटलांटिक में उपाध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले वह मास्टरकार्ड इंक के अध्यक्ष और सीईओ रह चुके हैं। वर्ष 2016 में उन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया था।
बंगा ने भारत में अपनी परवरिश और शिक्षा के साथ-साथ जलवायु विज्ञान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया है। उनका मानना रहा है कि पर्यावरण के मुद्दे और गरीबी आपस में जुड़े हुए हैं। उन्होंने सिटीग्रुप इंक. में विभिन्न पदों पर भी कार्य किया है, जिसमें एशिया-प्रशांत क्षेत्र के सीईओ का पद भी शामिल है।(एएमएपी)