श्रीमद्भगवद्गीता और इस्लाम परअन्नू कपूर की बेबाक राय

बॉलीवुड के मशहूर अदाकार अन्नू कपूर ने हाल में दिए एक इंटरव्यू के दौरान श्रीमद्भगवद्गीता और इस्लाम को लेकर बात की है। अभिनेता ने इन पर काफी खुलकर अपने विचार प्रकट किए।

अभिनेता अन्नू कपूर ने बहुत सी फिल्मों में काम किया है और अपने बेहतरीन अभिनय से अपने तमाम चाहने वाले फैंस का दिल जीता है। अन्नू कपूर अपनी अदाकारी के साथ ही अपनी बेबाकी के लिए भी जाने जाते हैं। बॉलीवुड लाइफ की एक रिपोर्ट के अनुसार अन्नू कपूर ने हाल ही में दिए इंटरव्यू में तमाम मुद्दों पर खुलकर बात की है। अन्नू कपूर ने इंटरव्यू के दौरान श्रीमद्भगवद्गीता और इस्लाम को लेकर अपने विचार प्रकट किए हैं। अन्नू कपूर ने बताया है कि श्रीमद्भगवद्गीता और इस्लाम से क्या सीखना चाहिए। आइए जानते हैं कि बॉलीवुड अभिनेता ने इन बातों को लेकर क्या कहा है।

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अन्नू कपूर ने समाचार एजेंसी ‘एएनआई’ को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा, ‘अगर भारत को सचमुच अपनी दृढ़ता कायम रखनी है तो उसको बेकार की चीजों को छोड़कर आगे बढ़ना होगा। जो कुछ भी सीखा जा सकता है तो श्रीमद्भगवद्गीता से सीखा जा सकता है। मैं नास्तिक हूं फिर भी कह रहा हूं। श्रीमद्भगवद्गीता बहुत कमाल की किताब है। भारत हर तरफ से दुश्मनों से घिरा है, हमें सबने धोखा दिया है। वो इसलिए क्योंकि हम बहुत सॉफ्ट हैं। अब हमें सॉफ्ट नहीं होना है, तुमने मारने के लिए हाथ उठाया तो मैं मार डालूंगा तुम्हें। मारना जरूरी है। कृष्ण ने अपने धैर्य का परिचय दिया और शिशुपाल से कहा कि 99 बार गलती करना ठीक है लेकिन 100 बार गलती की तो तुम्हारा वध करना पड़ेगा। क्योंकि वध करना आवश्यक है।’

क्या इस्लाम से भी हिन्दू कुछ सीख सकते हैं, इस पर अन्नू कपूर ने आगे कहा, ‘इस्लाम से क्या सीखना है हिंदुस्तानियों को। हिंदुस्तानियों का मतलब हिंदुओं की बात कर रहा हूं। इस्लाम में डू एंड डोंट्स बहुत क्लियर हैं। उसकी प्रार्थना के अंदर, उसके आयतों में, उसके हदीस में। पांच किताबों के ऊपर इस्लाम है। कुरान मजीद, अल शरिया, अल हदीस, सहीह अल-बुखारी और अल तफसीर। इनमें डू एंड डोंट्स बहुत क्लियर हैं। ये डू एंड डोंट्स क्लियर होने की वजह से डिसिप्लिन आता है और डिसिप्लिन से एकता आती है। ये सीखना है।