लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी के कई बड़े नेता राजनीति से दूरी बनाते नजर आ रहे हैं। पहले गौतम गंभीर और फिर जयन्त सिन्हा के बाद अब चांदनी चौक से मौजूदा सांसद डॉ हर्षवर्धन ने भी राजनीति को अलविदा कहने का फैसला कर लिया है। रविवार को सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर एक लंबी पोस्ट शेयर कर उन्होंने सक्रिय राजनीति से खुद को अलग करने का ऐलान किया।

सोशल मीडिया पर दी जानकारी

डॉ। हर्षवर्धन ने रविवार को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर यह जानकारी दी। डॉ। हर्षवर्धन ने तीस साल से ज्यादा के शानदार चुनावी करियर में मैंने सभी पांच विधानसभा और दो संसदीय चुनाव लड़े, जिनमें मैंने बड़े अंतर से जीत हासिल की। इनके अलावा, पार्टी संगठन, राज्य और केंद्र की सरकारों में कई प्रतिष्ठित पदों पर कार्य भी किया। अब मैं वापस अपने काम की ओर लौटना चाहता हूं। उन्होंने लिखा कि पचास साल पहले जब मैंने गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने की इच्छा के साथ कानपुर स्थित जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में प्रवेश लिया तो मानव जाति की सेवा ही मेरा आदर्श वाक्य था।

कोविड के दौरान मिला सेवा का मौका

हर्षवर्धन ने आगे लिखा कि, मेरी एक अद्भुत पारी रही जिसके दौरान आम आदमी की सेवा करने को मैं जुनूनी तौर पर जुटा रहा। मैंने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के साथ-साथ दो बार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के रूप में कार्य किया। यह विषय मेरे दिल के करीब है। मुझे पहले पोलियो मुक्त भारत बनाने की दिशा में काम करने और फिर कोविड-19 के संक्रमण के दौरान उससे जूझ रहे हमारे लाखों देशवासियों के स्वास्थ्य की देखभाल करने का दुर्लभ अवसर मिला।

बीजेपी में वफादारी और अच्छे काम के चलते कई उम्‍मीदवारों को मिला मौका

हर्षवर्धन की जगह प्रवीण खंडेलवाल को दिया गया टिकट

बता दें, बीजेपी ने शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए 195 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। इसमें दिल्ली की 7 में से 5 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गई है। इनमें 4 सीटों पर नए चेहरों को खड़ा किया गया है। हर्षवर्धन चांदनी चौक लोकसभा सीट से वर्तमान में सांसद हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के आम चुनाव के लिए बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया है। इस बार के लिए पार्टी ने प्रवीण खंडेलवाल को चांदनी चौक से टिकट दिया है। बता दें कि हर्षवर्धन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री रहे हैं।(एएमएपी)