रेलवे में नौकरी के लिए जमीन लेने के चर्चित लैंड पर जॉब घोटाला मामले में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को ईडी ने एक बार फिर समन जारी किया है। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से पूछताछ के लिए तेजस्वी यादव को दफ्तर बुलाया गया है। अगले साल 5 जनवरी को उन्हें दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय में हाजिर होने के लिए कहा गया है। इससे पहले उन्हें 22 दिसंबर को बुलाया गया था लेकिन तेजस्वी यादव पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे।  उनके पिता लालू यादव को भी 27 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय की ओर से समन भेज कर 27 दिसंबर को बुलाया गया है।जानकारी के मुताबिक बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के वकील ने ईडी से पूछताछ में शामिल होने के लिए अगली तारीख की मांग की थी। दरअसल, ईडी इस मामले में 11 अप्रैल को तेजस्वी यादव से करीब आठ घंटे तक पूछताछ कर चुका है लेकिन पहली बार उसने लालू प्रसाद यादव को भी इस मामले में समन जारी किया है। जांच एजेंसी ने यह समन दिल्ली के व्यवसायी और बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के करीबी अमित कात्याल की गिरफ्तारी के एक महीने बाद नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में जारी किया है।

22 दिसंबर को नहीं हुए थे पेश

बता दें कि इस मामले में तेजस्वी यादव को 22 दिसंबर को ईडी में पेश होना था लेकिन वे नहीं गए। वकील के माध्यम से उन्होंने टाइम ले लिया था। इस मामले में तेजस्वी यादव ने कहा कि यह सब लोकसभा चुनाव को लेकर चल रहा है। अब तो रुटीन वर्क हो गया है। पहले भी पूछताछ में कुछ नहीं निकला। इस बार भी कुछ नहीं होगा।

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यह है मामला

यह मामला तब का है जब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव केंद्र की मनमोहन सिंह सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप लगाया गया है कि लालू यादव ने नियम कानून को ताख पर रखकर रेलवे के ग्रुप डी में कई लोगों को नौकरी दी और इसके बदले परिवार के सदस्यों के नाम जमीन और अन्य संपत्तियां हासिल की।  इस कांड में लालू यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी,  तेजस्वी यादव,  लालू यादव  की बेटी मीसा भारती समेत  परिवार के कई सदस्य अभियुक्त हैं। झांसी एजेंसी द्वारा इन सब से कई दौर की पूछताछ की जा चुकी है। सीबीआई और  प्रवर्तन निदेशालय इस चर्चित घोटाला कांड  की जांच कर रही है।(एएमएपी)