चुनाव आयोग ने राजस्थान की एक जनसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान का संज्ञान लिया है। आयोग ने राहुल गांधी को नोटिस जारी कर पूछा है कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए। उन्हें शनिवार शाम तक जवाब देने का समय दिया गया है। आयोग ने उन्हें चुनाव आदर्श संहिता के

विभिन्न प्रावधानों के तहत नोटिस भेजा है।

राहुल गांधी ने कल बाड़मेर में एक चुनावी जनसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए ‘जेबकतरा’ और ‘पनोती’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था। इसके अलावा उन्होंने विश्वकप हारने और उद्योगपतियों के कर्ज माफ करने के आरोप भी लगाए थे। भाजपा ने चुनाव आयोग से इस बारे में शिकायत की थी। पार्टी का कहना था कि प्रधानमंत्री के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना और सत्यापित किए बिना आरोप लगाना गलत है।

बीजेपी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई थी

बीजेपी ने बीते दिन राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई थी। बीजेपी महासचिव राधा मोहन दास अग्रवाल और एक अन्य पदाधिकारी ओम पाठक सहित पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ भी निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की मांग की थी और उन पर यह झूठा दावा करने का आरोप लगाया कि मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उनकी जाति गुजरात की अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) सूची में शामिल थी। बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग को सौंपे गए अपने ज्ञापन में कहा था कि झूठ का जाल फैलाने में लिप्त खरगे और गांधी की टिप्पणियां इन अपराधियों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू करने और सख्त कार्रवाई की मांग करती हैं क्योंकि उनके आचरण में नैतिक मूल्यों के साथ-साथ चुनाव कानूनों और आदर्श आचार संहिता के दिशानिर्देशों के लिए भी कोई सम्मान नहीं है।

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राहुल गांधी पर तीखा हमला

बीजेपी महासचिव अग्रवाल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी पर भी तीखा हमला बोला था और उन्हें घाटिया मानसिकता का ‘मूर्ख, अशिक्षित और मूल्यहीन’ व्यक्ति करार दिया, जो ‘वैश्विक रूप से सम्मानित’ नेता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी कर रहे हैं। पार्टी ने ज्ञापन में कहा, ”हम निर्वाचन आयोग से अनुरोध करते हैं कि मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के खिलाफ उनके लगातार धोखाधड़ी, आधारहीन और अपमानजनक आचरण के लिए उचित कानूनी कार्रवाई करके तत्काल हस्तक्षेप किया जाए और उनके खिलाफ निषेधात्मक आदेश पारित किया जाए।”

ज्ञापन में कहा गया है, ”अन्यथा, यह चुनावी माहौल को खराब कर देगा और इससे सम्मानित व्यक्तियों को बदनाम करने के लिए अपशब्दों, आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल और झूठी खबरों को रोकना मुश्किल हो जाएगा।” राहुल गांधी ने अहमदाबाद में विश्व कप क्रिकेट के फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया से भारत की हार के बाद राजस्थान में एक चुनावी भाषण में मोदी के खिलाफ ‘पनौती’ शब्द का इस्तेमाल किया था। (एएमएपी)