एम्ब्रेयर और महिंद्रा भारत में सी-390 विमान के भविष्य की क्षमता तलाशेंगे
वायुसेना की परिचालन क्षमता के साथ ‘मेक इन इंडिया’ को मिलेगा बढ़ावा

ब्राजील की कंपनी एम्ब्रेयर ने भारतीय वायुसेना के लिए मध्यम परिवहन विमान (एमटीए) सी-390 मिलेनियम खरीद परियोजना पर शुक्रवार को नई दिल्ली के ब्राजील दूतावास में महिंद्रा डिफेंस सिस्टम्स के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। एम्ब्रेयर डिफेंस एंड सिक्योरिटी और महिंद्रा ने मल्टी-मिशन विमान का अधिग्रहण संयुक्त रूप से पूरा करने के उद्देश्य से एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाने की औपचारिक घोषणा की है।

ई दिल्ली के ब्राजील दूतावास में एमओयू पर हस्ताक्षर के बाद एम्ब्रेयर डिफेंस एंड सिक्योरिटी के अध्यक्ष और सीईओ बोस्को दा कोस्टा जूनियर ने कहा, “हम महिंद्रा डिफेंस सिस्टम्स के साथ इस समझौता ज्ञापन की घोषणा करते हुए सम्मानित महसूस कर रहे हैं। भारत में एक विविध एवं मजबूत रक्षा और एयरोस्पेस उद्योग है और हमने एमटीए कार्यक्रम को संयुक्त रूप से आगे बढ़ाने के लिए महिंद्रा को अपने भागीदार के रूप में चुना है। भारत एम्ब्रेयर के लिए एक प्रमुख बाजार है और हम ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लिए भारत की महत्वाकांक्षाओं का पूरा समर्थन करते हैं।”

उन्होंने कहा, “हम इस साझेदारी को ब्राजील और भारत के बीच संबंधों को मजबूत करने के प्रतीक और वैश्विक दक्षिण सहयोग को बढ़ावा देने के एक तरीके के रूप में देखते हैं। एम्ब्रेयर और महिंद्रा एमटीए कार्यक्रम के अगले चरणों की पहचान करने के लिए भारतीय वायुसेना के साथ जुड़ेंगे। साथ ही परियोजना को लेकर औद्योगीकरण योजना विकसित करने के लिए भारत में स्थानीय एयरोस्पेस उद्योग से संपर्क करेंगे। सी-390 मिलेनियम विमान भारत में एयरोस्पेस और सैन्य परिवहन विमान के लिए नवीनतम तकनीक लाएगा। एम्ब्रेयर और महिंद्रा भारत में सी-390 विमान के भविष्य को केंद्र में बदलने की क्षमता तलाशेंगे।”

महिंद्रा डिफेंस सिस्टम्स के अध्यक्ष और कार्यकारी बोर्ड के सदस्य विनोद सहाय ने कहा, “हमें एम्ब्रेयर कंपनी के साथ इस साझेदारी को शुरू करने पर गर्व है, जो अपनी इंजीनियरिंग उत्कृष्टता एवं विमान और प्रणालियों के अद्वितीय पोर्टफोलियो के लिए जानी जाती है। सी-390 मिलेनियम बाजार में सबसे उन्नत सैन्य एयरलिफ्टर है। हमारा मानना है कि यह साझेदारी भारतीय वायुसेना की परिचालन क्षमता को बढ़ाने के साथ ही कुशल औद्योगीकरण समाधान भी प्रदान करेगी, जिससे ‘मेक इन इंडिया’ पहल के उद्देश्यों को भी बढ़ावा मिलेगा। महिंद्रा डिफेंस सिस्टम्स इलेक्ट्रॉनिक्स सहित बख्तरबंद परिवहन और सुरक्षा-संबंधित उत्पादों पर केंद्रित है।”

चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न

सैन्य एयरलिफ्टर सी-390 विमान 2019 में ब्राज़ीलियाई वायुसेना के साथ और 2023 में पुर्तगाली वायुसेना के साथ जुड़कर अपनी क्षमता और विश्वसनीयता का प्रदर्शन साबित किया है। परिवहन विमान के वर्तमान बेड़े ने अब तक 11 हजार 500 से अधिक घंटे की उड़ान भरी है, जो असाधारण उत्पादकता का प्रदर्शन है। सी-390 मिलेनियम ने 2023 में ब्राज़ीलियाई वायुसेना में अपनी पूर्ण परिचालन क्षमता का दर्जा हासिल किया है। अब तक सी-390 मिलेनियम को ब्राजील, पुर्तगाल, हंगरी, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया, चेक गणराज्य और हाल ही में दक्षिण कोरिया ने इसे अपनी वायु सेनाओं के लिए चुना है।

ब्राज़ीलियन परिवहन विमान सी-390 अन्य मध्यम आकार के सैन्य परिवहन विमानों की तुलना में अधिक पेलोड (26 टन) ले जा सकता है और 870 किमी प्रति घंटा की रफ़्तार से उड़ सकता है। यह कार्गो और सैनिकों को परिवहन और गिराने, चिकित्सा निकासी, खोज और बचाव, हवाई अग्निशमन और मानवीय मिशन, अस्थायी या कच्चे रनवे जैसे मिट्टी और बजरी पर कई प्रकार के मिशनों को पूरा करने में सक्षम है। इसे हवा से हवा में ईंधन भरने वाले उपकरण के साथ कॉन्फ़िगर किया गया है। यह विमान पहले से ही एक टैंकर और एक रिसीवर के रूप में अपनी हवाई ईंधन भरने की क्षमता साबित कर चुका है।(एएमएपी)