भारत और सऊदी अरब की सेनाओं के बीच सोमवार से एशिया की सबसे बड़ी महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में युद्धाभ्यास ‘सदा तनसीक’ शुरू हुआ। दोनों सेनाओं ने परेड के बाद अत्याधुनिक हथियारों से फायरिंग शुरू कर दी। युद्धाभ्यास का उद्देश्य आधुनिक हथियारों की जानकारी देना और आतंकवाद पर लगाम लगाना है। राजस्थान के बीकानेर में यह संयुक्त सैन्य अभ्यास किया जा रहा है। जाहिर है कि इस युद्ध अभ्यास के जरिए खाड़ी देशों के साथ भारत के सामरिक सहयोग को भी बढ़ाया जाएगा। दुर्गम इलाकों में आतंकवाद से निपटने पर फोकस रहेगा।

हथियारों को परखेंगे दोनों देश

‘सदा तनसीक’ अभ्यास के लिए दोनों सेनाओं के 90 सैनिक रविवार को ही महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में पहुंच गए थे। दोनों देशों के जवान जमीनी और हवाई अभ्यास के दौरान ड्रोन हमलों से बचाव, टैंक, मिसाइल, राइफल्स आदि हथियारों को परखेंगे। इसके अलावा सऊदी अरब के जवान भारतीय थल सेना के नए हथियारों के उपयोग के साथ-साथ इसकी इंजीनियरिंग पर भी काम करेंगे।

9 फरवरी तक चलेगा युद्धाभ्यास

सैन्य प्रवक्ता के अनुसार 9 फरवरी तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास के लिए सऊदी अरब से 45 सैनिक आये हैं। आठ फरवरी को दोनों देशों की सेनाएं एक-दूसरे से सीखे गुर का प्रदर्शन करेंगी। यह अभ्यास दोनों पक्षों के अत्याधुनिक स्वदेशी रक्षा उपकरणों की क्षमताओं को उजागर करने, साझा सुरक्षा उद्देश्यों की पहचान करने, उन्हें प्राप्त करने और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने का अवसर भी प्रदान करेगा। यह दोनों देशों के बीच युद्धाभ्यास का तीसरा संस्करण है।

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विरोधी अभियान पर केंद्रित युद्धाभ्यास

सऊदी अरब की सेना के साथ थार के धोरों में होने वाली इस वॉर एक्सरसाइज के जरिए भारतीय सेना बेहतरीन आर्मी एक्टिविटी और तजुर्बे को साझा करेंगी, ताकि दोनों देश संयुक्त राष्ट्र जनादेश के तहत आतंकवाद विरोधी अभियानों पर अपना ध्यान केंद्रित कर सके। इस अभ्यास के दौरान सऊदी अरब और भारत की सेना के प्रतिभागी ज्वाइंट एक्सरसाइज, प्लानिंग और उसके इंप्लीमेंट पर काम करेंगे। अभ्यास के दौरान फील्ड कमांडर और सैनिक एक दूसरे से बातचीत के जरिए तालमेल को बेहतर करने की कोशिश करेंगे, ताकि संयुक्त मिशन में शामिल होकर दोनों देश की सेना आतंकवाद के खात्मे में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सके।(एएमएपी)