आपका अख़बार ब्यूरो।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र (आईजीएनसीए), नई दिल्ली के कला दर्शन विभाग ने प्रख्यात रूसी कलाकारों की एक विशेष कला प्रदर्शनी का आयोजन किया। इस प्रदर्शनी में समकालीन रूसी कलाकारों की पेंटिंग, प्रिंट और फोटोग्राफ प्रदर्शित किए गए हैं, जो रूस की आत्मा को दर्शाते हैं। ये कलाकृतियां रूसी कलाकारों की रचनात्मक यात्रा को दर्शाती हैं और रूस के समकालीन कला दृश्य में प्रचलित आधुनिक प्रवृत्तियों को दर्शाती हैं।

यह आयोजन रूस दिवस का भव्य उत्सव था, जो भारत और रूस के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंधों को दर्शाता है। प्रदर्शनी में शामिल की पेंटिंग्स, प्रिंट्स और फोटोग्राफ प्रसिद्ध लेखक, कवि, कलाकार और राजनयिक श्री अभय के संग्रह से लिए गए हैं। प्रदर्शनी 18 जून तक चलेगी। प्रदर्शनी का उद्घाटन बुधवार को शाम 4 बजे रूसी संघ के दूतावास के मंत्री सलाहकार और मिशन के उप प्रमुख श्री रोमन बाबुश्किन ने किया किया। इस अवसर पर आईजीएनसीए के सदस्य सचिव डॉ. सचिदानंद जोशी भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर आईजीएनसीए के सदस्य सचिव डॉ. सचिदानंद जोशी ने कहा, “यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आईजीएनसीए ने 12 जून को रूस दिवस मनाया। प्रख्यात रूसी कलाकारों की कला प्रदर्शनी भारत और रूस के बीच गहरे सांस्कृतिक सम्बंधों का प्रमाण हैं। ये कलाकृतियां रूसी कलाकारों की रचनात्मक यात्रा और रूस के समकालीन कला दृश्य में प्रचलित आधुनिक प्रवृत्तियों को प्रकट करती हैं।”

डॉ. जोशी ने भारत और रूस के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक सम्बंधों पर जोर देते हुए कहा, “भारत और रूस के बीच मजबूत सांस्कृतिक सम्बंध हैं। प्रसिद्ध रूसी कलाकार निकोलस रोएरिच, जो हिमालय की खूबसूरत पेंटिंग के लिए प्रसिद्ध हैं, हिमाचल प्रदेश में बस गए थे। भारतीय सिनेमा और योग रूस में लोकप्रिय हैं। आईजीएनसीए ने रूसी पाठों के अनुवाद कार्य को अपने हाथ में लिया है और केन्द्र दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक तथा शैक्षणिक गतिविधियों के और अधिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है।”

उन्होंने प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के लिए श्री रोमन बाबुश्किन के प्रति आभार व्यक्त किया और आईजीएनसीए के कला दर्शन विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “मुझे यकीन है कि यह प्रदर्शनी कला प्रेमियों के लिए एक आह्लादकारी अनुभव सिद्ध होगी।

यह प्रदर्शनी सांस्कृतिक आदान-प्रदान के एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करेगी, जो संस्कृति और कला के माध्यम से मित्रता का उत्सव मनाने के महत्व पर बल देती है। प्रदर्शनी 12 से 18 जून तक चलेगी।