कोविड संक्रमण भी बढ़ना तय
इंग्लैंड ने 15,797 नए कोविड मामले दर्ज
अब तक इंग्लैंड और वेल्स में शरद ऋतु में शुरुआती वृद्धि के बाद कोविड मामलों की संख्या में गिरावट शुरू हो गई है, लेकिन अपने सबसे हालिया कोविड-19 महामारी विज्ञान बुलेटिन में उत्तरी आयरलैंड में स्वास्थ्य एजेंसी ने बताया कि अक्टूबर के पहले वीकेंड में नैदानिक और नियमित जांच में पाए गए नए कोविड संक्रमणों की संख्या 448 थी, जबकि पिछले सप्ताह की संख्या 441 थी। यॉर्कशायर लाइव की रिपोर्ट में नवीनतम सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 7 अक्टूबर तक चलने वाले सप्ताह में इंग्लैंड ने 15,797 नए कोविड मामले दर्ज किए। यह प्रत्येक 100,000 लोगों पर लगभग 27.9 नए मामलों के बराबर है। यह 30 सितंबर को पिछले सप्ताह के आंकड़ों से थोड़ी कमी है, जिसमें प्रति 100,000 लोगों पर 16,186 मामले या 28.6 मामले देखे गए थे।
मरीजों की संख्या पांच महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई
हालांकि, जैसे-जैसे मौसम ठंडा होगा, आशंका है कि कोविड संक्रमण फिर से बढ़ेगा। पहले से ही इंग्लैंड में सकारात्मक परीक्षण करने वाले अस्पताल में मरीजों की संख्या पांच महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है, जो दर्शाती है कि वायरस अधिक व्यापक रूप से फैल रहा है। 8 अक्टूबर तक एनएचएस इंग्लैंड ने अस्पताल में कोविड के 4,414 मरीजों की सूचना दी। यह पिछले सप्ताह से 14% की वृद्धि है और 4 मई के बाद से सबसे अधिक है।
बुजुर्गों पर अटैक कर रहा नया वेरिएंट
UKHSA की टीकाकरण प्रमुख डॉ मैरी रामसे ने कहा, ‘हम देख रहे हैं इस सप्ताह की रिपोर्ट में कोविड-19 मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. सभी आयु वर्गों के लोग विशेषकर बुजुर्ग बड़ी संख्या में अस्पतालों में आ रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘नियमित रूप से हाथ धोने से आप काफी हद तक कोरोना और अन्य वायरस से बचे रह सकते हैं. अगर किसी मरीज में सांस की बीमारी के लक्षण हैं तो उसे हरसंभव तरीके से दूसरों से दूर रहना चाहिए.’
फिलहाल काबू में हैं हालात
कोरोना का नया वेरिएंट मिलने के बावजूद फिलहाल इसे ज्यादा गंभीर नहीं माना जा रहा है. इसकी वजह ये है कि ब्रिटेन में सामने आ रहे कोरोना के ताजा आंकड़ों में इस नए वेरिएंट के मरीजों की संख्या केवल 14.6 प्रतिशत ही है. UKHSA के ‘रेस्पिरेटरी डेटामार्ट सिस्टम’ के जरिए रिकॉर्ड किए गए 4,396 नमूनों में से 5.4 प्रतिशत लोग कोरोना से पीड़ित पाए गए।
बनाए रखें सतर्कता
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दो सप्ताह पहले ही EG.5.1 वेरिएंट पर उस वक्त नजर रखना शुरू कर दिया था, जब डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेबियस ने कहा था कि लोग टीकों और पूर्व संक्रमण से अब पहले से बेहतर सुरक्षित हैं. हालांकि सभी देशों को अपनी सतर्कता में अभी कमी नहीं लानी चाहिए. एशिया में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से 31 जुलाई को इसे कोविड के नए वेरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया गया।
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए अपनाएं ये तरीके
अपने मुंह और आंखों को बार-बार छूने से बचें, क्योंकि इससे संक्रमण फैलने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है।
कोराना के मामले कम होने का मतलब ये नहीं कि कोरोना खत्म हो चुका है। ऐसे में लगातार मास्क का उपयोग करें और इसके छूने से भी बचें।
घर के दरवाजे, चाबियां, गाड़ी का डोर और अन्य चीजों या सतह को छूने से बचें या फिर छूने के बाद हाथ सैनिटाइज जरूर करें।
कोरोना वायरस अभी भी हमारे आसपास के वातावरण में मौजूद है। ऐसे में सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें और भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
जब तक बहुत जरूरी न हो, सोशल एक्टिविटीज से दूर रहें। दरअसल, खासतौर पर मानसून में संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन की दोनों डोज और इसके बाद बूस्टर डोज जरूर लगवाएं।
अगर आपके बच्चे स्कूल जाते हैं, तो बच्चों को कोविड सुरक्षा के नियम जरूर सिखाएं। साथ ही मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने के लिए भी प्रेरित करें।
सुरक्षा नियमों का पालन करने के साथ ही इस बीमारी से बचे रहने के लिए अपनी डाइट का भी पूरा ध्यान रखें। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए अपनी डाइट में विटामिन-सी,ए, जिंक, कैल्शियम और आयरन युक्त फूड्स शामिल करें।
कोरोना के कोई भी लक्षण नजर आने पर तुरंत खुद को दूसरों से अलग आइसोलेट करें और डॉक्टर से संपर्क करें। (एएमएपी)