अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप अपने एक केस में चल रही सुनवाई के दौरान अचानक बाहर निकल गए। इससे हर कोई हैरान रह गया। बताया जा रहा है कि ट्रंप गुस्से से कोर्ट रूम के बाहर चले गए।  पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शुक्रवार को अपने मानहानि मुकदमे की अंतिम बहस के दौरान उस वक्त अदालत कक्ष से उठकर बाहर चले गए जब लेखिका ई जीन कैरोल के अधिवक्ता ने निर्णायक मंडल से उनकी मुवक्किल को कम से कम 1.2 करोड़ डॉलर का हर्जाना दिलाए जाने का आग्रह किया।

अधिवक्ता ने कहा कि ट्रंप ने अपने सार्वजनिक बयानों के माध्यम से उन्हें झूठा करार देते हुए उनके प्रति नफरत पैदा की जिससे उनके सम्मान को हानि पहुंची है। मैनहटन संघीय अदालत में वकील रोबर्टा कपलान द्वारा अपनी अंतिम दलीलें शुरू करने के कुछ ही मिनटों बाद ट्रंप अचानक बचाव पक्ष की तरफ की अपनी सीट से उठे और बाहर की ओर जाने लगे। वह खचाखच भरे अदालत कक्ष को देखने के लिए एक पल रुके और इसी दौरान खुफिया विभाग के सदस्य उनके पीछे की ओर जाने लगे।

अदालत की कार्यवाही के दौरान चले गए थे ट्रंप

समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शुक्रवार को अपने मानहानि मुकदमे की अंतिम बहस के दौरान अदालत कक्ष से उठकर उस समय बाहर चले गए। जब लेखिका ई जीन कैरोल के वकील ने उनकी मुवक्किल को 1.2 करोड़ डॉलर का हर्जाना दिलाए जाने का आग्रह किया था।

वकील ने ट्रंप पर लगाया आरोप

वकील ने कहा कि ट्रंप ने अपने सार्वजनिक बयानों के माध्यम से उन्हें झूठा करार देते हुए उनके प्रति नफरत पैदा की, जिससे उनके सम्मान को हानि पहुंची है। वकील रोबर्टा कपलान द्वारा अपनी अंतिम दलीलें शुरू करने के कुछ ही मिनटों बाद ट्रंप अचानक बचाव पक्ष की तरफ की अपनी सीट से उठे और बाहर की ओर चले गए।

गुस्सा होकर बाहर निकले ट्रंप

पूर्व राष्ट्रपति के अचानक चले जाने से न्यायाधीश लुईस ए कपलान को जिरह के बीच दखल देने के लिए मजबूर होना पड़ा और उन्होंने कहा,”रिकॉर्ड में दिखाया जाएगा कि ट्रंप उठे और अदालत से बाहर चले गए।” ट्रंप के बाहर जाने से कुछ ही वक्त पहले जूरी की अनुपस्थिति में न्यायाधीश ने ट्रंप की अधिवक्ता अलीना हब्बा को चेताया था कि दलीलें पूरी करने के बावजूद बार-बार टोकने पर वह उन्हें जेल भेज देंगी। न्यायाधीन ने हब्बा से कहा,”आप जेल में कुछ समय बिताने के कगार पर हैं। अब बैठ जाइए।” रॉबर्टा कपलान और न्यायाधीश के बीच कोई रिश्ता नहीं है।

लेखिका ई जीन कैरोल ने फैसले पर जताई खुशी

मैनहटन संघीय अदालत के फैसले को लेकर लेखिका ई जीन कैरोल ने एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि यह हर उस महिला के लिए एक बड़ी जीत है, जिसे नींचे गिराने की कोशिश की जाती है और उसे दबाने के लिए हर एक प्रयास होते हैं।

ट्रंप ने उठाए जूरी के फैसले पर सवाल

वहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने जूरी के फैसले पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह फैसला बिल्कुल हास्यास्पद है। हमारी कानूनी प्रणाली नियंत्रण से बाहर हैऔर इसे राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।

क्या है मामला?

नौ महीने में यह दूसरी बार था कि एक सिविल जूरी ने कैरोल के दावे से संबंधित फैसला सुनाया है। इससे पहले पिछले साल मई में एक जूरी ने कैरोल को 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर देने का आदेश दिया था। जूरी ने पाया था कि कैरोल के साथ यौन दुर्व्यवहार करने और फिर यह दावा करके उसे बदनाम करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप जिम्मेदार थे।(एएमएपी)