भारत ने संभाली जी-20 की कमान, पीएम मोदी ने दिया संदेश
बता दें कि एक दिसंबर 2022 से भारत ने जी-20 की कमान संभाल ली है जिसे देश के लिए एक बड़ा अवसर कहा गया है। इस सप्ताह एक ब्लॉग में, पीएम मोदी ने रेखांकित किया कि भारत का जी-20 एजेंडा समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई-उन्मुख और निर्णायक होगा। दुनिया आज जिन सबसे बड़ी चुनौतियों का सामना कर रही है, उन्हें एक साथ काम करके ही हल किया जा सकता है। आइए हम भारत के जी-20 प्रेसीडेंसी को उपचार, सद्भाव और आशा की प्रेसीडेंसी बनाने के लिए एक साथ शामिल हों।
75 वर्षों की अपनी उपलब्धियों और प्रगति बताएगा भारत
भारत जी-20 में संस्कृति, सांस्कृतिक विरासत, विविधता और 75 वर्षों की अपनी उपलब्धियों और प्रगति को भी पेश करेगा। विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के अनुसार भारत अपनी अध्यक्षता में अगले साल 9 और 10 सितंबर को जी-20 के नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। पहली तैयारी बैठक 4-7 दिसंबर को उदयपुर में होगी।
सबसे बड़ा आयोजन बनाने की मुहिम
मंत्रालय के मुताबिक कार्यक्रम को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया चल रही है। भारत जिस बड़े पैमाने पर सम्मेलन के आयोजन की रूपरेखा तैयार कर रहा है उतने बड़े पैमाने पर अब तक जी-20 की बैठक नहीं हुई है। चीन में 14 और इंडोनेशिया में 25 शहरों में जी-20 की बैठक आयोजित हुई थीं।
75 विश्वविद्यालयों के युवा बनेंगे सम्मेलन का हिस्सा
देश के 75 विश्वविद्यालयों के युवाओं को सम्मेलन का हिस्सा बनाने की योजना है। जी-20 से संबंधित सेल्फी प्वाइंट बनाए जाएंगे जहां लोग फोटो खिंचा सकेंगे। ऑडियो-वीडियो के माध्यम से देश के नागरिकों को सम्मेलन की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। एफएम रेडियो भी प्रचार का माध्यम बनेगा।
जी-20 समूह में ये देश हैं शामिल
जी-20 देशों के समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं। (एएमएपी)