सफ्रान हेलीकॉप्टर इंजन के सीईओ सेड्रिक गॉबेट ने कहा, “हम भारतीय बाजार और भविष्य के निर्यात अवसरों के लिए इस नए टर्बोशाफ्ट इंजन संयुक्त उद्यम को तैयार करने के लिए एचएएल और भारत के साथ साझेदारी करके वास्तव में उत्साहित हैं। यह न केवल हमारी दोनों कंपनियों के बीच, बल्कि भारत और फ्रांस के बीच लंबे समय से चले आ रहे संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। हम साथ मिलकर भारत में नए हेलीकॉप्टर इंजनों के डिजाइन और उत्पादन पर गर्व करेंगे।”
एचएएल के सीएमडी सीबी अनंतकृष्णन ने कहा, “सफ्रान हेलीकॉप्टर इंजन कई दशकों से हमारा मूल्यवान भागीदार रहा है। हम दोनों ने 15 से अधिक प्रकार के विमानों और हेलीकॉप्टर इंजनों के निर्माण में एचएएल के अनुभव और टर्बोशाफ्ट इंजन डिजाइन करने में सफ्रान हेलीकॉप्टर इंजन की विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए एक नई यात्रा शुरू की है। इसका उद्देश्य आईएमआरएच और डीबीएमआरएच पर तत्काल ध्यान केंद्रित करते हुए भारत में टर्बोशाफ्ट इंजनों का सह-विकास और सह-उत्पादन करना है। यह साझेदारी आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में भारतीय रक्षा विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को शामिल करेगी।
फ्रांसीसी कंपनी सफ्रान ने एक बयान में कहा कि एचएएल के साथ पहले से ही हेलीकॉप्टर पावर प्लांट पर कई सफल साझेदारियां हैं, जिसमें शक्ति इंजन भी शामिल है। एचएएल में निर्मित हेलीकॉप्टरों ध्रुव, रुद्र और लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच प्रचंड) के लिए 500 से अधिक शक्ति इंजन का उत्पादन पहले ही किया जा चुका है। नया संयुक्त उद्यम वर्तमान सहयोग के क्षेत्र को और विस्तार देगा। इसके अलावा गोवा में स्थापित होने वाले एचईएमआरओ संयुक्त उद्यम के माध्यम से भारतीय सशस्त्र बलों की सेवा में टीएम333 और शक्ति इंजन के लिए एमआरओ (रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल) सेवाएं भी दी जाएंगी।(एएमएपी)



