छह कंपनियों का बाजार पर कब्जा
पेट्रोलियम मंत्रालय के अनुसार पाकिस्तान में कुल 9800 पेट्रोल पंप हैं। इसमें से छह कंपनियों का छह हजार से अधिक पेट्रोल पंपों पर कब्जा है। बड़ी कंपनियों का बाजार में दखल होने के कारण छोटी ईंधन कंपनियां ईंधन की खरीदारी नहीं कर पा रही है। इसका असर करीब 3800 पेट्रोल पंपों पर पड़ रहा है जो ईंधन की आपूर्ति के अभाव में बंद पड़े हुए हैं।
बीस दिन के लिए पर्याप्त पेट्रोल
पाकिस्तान सरकार के पेट्रोलियम राज्यमंत्री मुसादिक मलिक ने दावा किया है कि देश में ईंधन का कोई भी संकट नहीं है। अगले बीस दिन के लिए पेट्रोल और 25 दिन के लिए डीजल का पर्याप्त भंडार है। मलिक ने चेतावनी दी है कि जो पेट्रोल पंप मनमाने ढंग से पेट्रोल बेचने पर प्रतिबंध लगा रहे हैं या मनमानी वसूली कर रहे हैं उनके लाइसेंस रद्द किए जाएंगे।
पुलिस ने पकड़ा 13 लाख लीटर पेट्रोल
पाकिस्तान में पेट्रोल संकट के बीच पेट्रोल का भंडारण करने वालों की धरपकड़ शुरू हो गई है। पंजाब प्रांत की पुलिस ने शेखपुरा, पटोकी, दास्का समेत अन्य क्षेत्रों में रेड डालकर टैंकरों में छिपाकर रखा गया 13 लाख लीटर पेट्रोल बरामद किया है। पाकिस्तान के जिन शहरों में पेट्रोल का संकट है वहां पेट्रोल के लिए दो से तीन गुना दाम वसूला जा रहा है।
ईंधन की कीमतों में लगी आग
फरवरी में पाकिस्तान में एक लीटर पेट्रोल की कीमत करीब 250 रुपये लीटर है। वहीं डीजल 262 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। वित्तमंत्री इशाक डार ने नौ जनवरी को पेट्रोल और डीजल की कीमत में 35 रुपये की बढ़ोतरी की थी। केरोसीन की कीमत में 18 रुपये की बढ़ोतरी के बाद 189 रुपये हो गया है। ईंधन की कीमतों में और 17 फीसदी बढ़ोतरी की चर्चा है।
तीन सौ के पार जाएगी कीमत
पाकिस्तान के इस्माइल इकबाल सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड फहद रौफ का आकलन है कि जैसे हालात है उस अनुसार अगले कुछ दिनों में ईंधन की कीमत 300 रुपये प्रति लीटर के पार जा सकती है। कीमतें महंगी होने के कारण कई पेट्रोल पंपों ने ईंधन बेचना ही बंद कर दिया है। वहीं कुछ पंप मालिक महंगी कीमत पर ईंधन की खरीदारी में असमर्थता जता चुके हैं।
घटता जा रहा विदेशी मुद्रा भंडार
केंद्रीय बैंक सेट्रल बैंक ऑफ पाकिस्तान की ताजा रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022 में उसके पास जनवरी 2022 में विदेशी मुद्रा भंडार 1660 करोड़ डॉलर था। जनवरी 2023 में ये गिरकर 310 करोड़ डॉलर रह गई है। विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट और रुपये में कमजोरी के कारण महंगाई दर कई दशकों बाद 27.6 फीससदी हो गई है। जरूरत की हर चीज महंगी हो गई है।
अब सिर्फ आईएमएफ से ही आस
आर्थिक संकट से चौतरफा घिरे पाकिस्तान को अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से ही आस है। आईएमएफ 120 करोड़ डॉलर का कर्ज पाकिस्तान को दे सकता है लेकिन इसके लिए उसने कुछ शर्तें रखी हैं जिसको लेकर दोनों के बीच वार्ता चल रही है। आईएमएफ का आकलन है कि पाक में महंगाई दर 30 फीसदी के पार जा सकती है जिससे हालात बिगड़ सकते हैं। (एएमएपी)