जयपुर टू झालावाड़ की घटनाएं कर रहीं इशारा।

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में पहुंच चुकी है। इसके साथ ही यहां पर कांग्रेस की तमाम अंदरूनी लड़ाइयों के सुलझने के आसार बनने लगे हैं। हालांकि ऐसा हो ही जाएगा यह यकीनी तौर पर कहना मुश्किल है। इसकी वजह है गहलोत और पायलट समर्थकों के बीच की दूरी। वैसे तो गहलोत और पायलट दोनों ही एकता की हुंकार भर चुके हैं। सचिन पायलट ने तो भाजपा के ऊपर हमला भी बोल दिया कि वहां सीएम पद के आधा दर्जन उम्मीदवार हैं, हम लोग एक हैं। हालांकि राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा की एंट्री से पूर्व जयपुर और झालावाड़ में जो कुछ हुआ है, उससे ऐसा तो नहीं लगता है कि कांग्रेस में सबकुछ ऑल इज वेल है।

किसने उतरवाए पायलट के पोस्टर

राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा की एंट्री के साथ ही यहां पर रूट मैप के साथ ढेरों होर्डिंग्स और पोस्टर्स लगाए गए हैं। पायलट समर्थकों द्वारा झालावाड़ में लगाई गई होर्डिंग को स्थानीय प्रशासन हटा दिया। बताया गया कि यह होर्डिंग्स बिना परमिशन के लगाई गई थीं और नियमों का भी उल्लंघन हो रहा था। हालांकि इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक झालावाड़ म्यूनिसपल काउंसिल कमिश्नर ने इस मामले से अनभिज्ञता जताई। वहीं, पायलट के समर्थकों का आरोप है कि यह सबकुछ राजस्थान कांग्रेस कमेटी की शह पर हुआ है। इन समर्थकों के मुताबिक पायलट की होर्डिंग्स को हटाकर यहां पर प्रदेश कमेटी की होर्डिंग्स लगा दी गई हैं। वहीं, जयपुर में भी पायलट की होर्डिंग्स उतारने का वीडियो सामने आया है।

पायलट समर्थक भी खराब कर चुके हैं माहौल

बता दें कि 25 सितंबर को जयपुर में हुए सियासी ड्रामे के बाद अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खूब जुबानी जंग चली। बाद में राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल के प्रयासों से दोनों फिर एक हुए हैं। दोनों के समर्थक और मंत्री भी हालात के मुताबिक चुप्पी साधे हुए हैं। हालांकि जमीनी स्तर पर दोनों के समर्थकों के बीच अब भी तलवार खिंची हुई है। पायलट समर्थकों ने 12 सितंबर को मंत्री अशोक चांदना के भाषण के वक्त माहौल खराब किया था। चांदना गुज्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में बोल रहे थे। बता दें कि चांदना गहलोत खेमे के मंत्री माने जाते हैं।  (एएमएपी)