पाकिस्तान चुनाव आयोग ने नई जनगणना के आधार पर निर्वाचन क्षेत्रों का नए सिरे से परिसीमन करने का निर्णय लिया, जिससे आम चुनावों में देरी हुई है। चुनाव रोडमैप पर चर्चा के दौरान राजनीतिक दलों ने साफ कहा कि यदि 90 दिनों के भीतर चुनाव कराना संभव नहीं है, तो उन्हें चुनाव की तारीख और कार्यक्रम बताया जाए। पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) भी आगामी चुनावों को लेकर अनिश्चितता खत्म करने की मांग कर चुकी है। पाकिस्तान चुनाव आयोग ने बताया कि नए सिरे से परिसीमन में लगभग चार महीने लगेंगे, जिसका मतलब है कि देश में आम चुनाव प्रांतीय और राष्ट्रीय असेंबली के विघटन के 90 दिनों के भीतर नहीं हो सकते हैं।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने परिसीमन की समय-सीमा को यथासंभव कम करने का आश्वासन दिया और कहा कि यदि परिसीमन अभ्यास पहले पूरा हो गया, तो चुनाव जल्द ही हो सकते हैं, शायद जनवरी के अंत तक। उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव आयोग किसी भी पक्ष के दबाव के आगे नहीं झुकेगा और चुनाव किसी भी हालत में फरवरी के मध्य से आगे नहीं बढ़ेंगे। चुनाव आयोग ने कहा कि पहले से घोषित परिसीमन कार्यक्रम के तहत प्रक्रिया 120 दिनों में (14 दिसंबर तक) पूरी की जानी हैं। उसके बाद ही चुनाव तिथियां घोषित होंगी।(एएमएपी)