ऐसे बढ़ती नजदीकियां
बीते महीने खम्मम में हुए रैली में केजरीवाल के साथ पंजाब की आप सरकार में मुख्यमंत्री भगवंत मान भी पहुंचे थे। वहीं, केसीआर बीते साल मई में दिल्ली सरकार के स्कूलों को देखने पहुंचे थे। अब कुछ दिन पहले ही संसद में अडानी समूह से जुड़े मामले पर चर्चा की मांग उठाने वाले दलों में आप और बीआरएस का नाम भी शामिल है। इसके अलावा राष्ट्रपति के अभिभाषण पर भी दोनों ही पार्टियों का मत एक जैसा रहा।
क्या हो सकती हैं वजहें?
दोनों दलों में बढ़ती नजदीकियों के कई कारण हो सकते हैं। कहा जा रहा है कि आप के नेताओं ने विस्तार के लिए तेलंगाना को भी चुना है। पार्टी विधानसभा चुनाव में यहां दावा ठोकती नजर आ सकती है। हाल ही में संपन्न हुए गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद आप ने राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल कर लिया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, आप के कुछ वरिष्ठ नेता दोनों दलों में बढ़ते तालमेल की वजह सियासी जरूरत और हित बताते हैं। एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘आप बीते कुछ सालों से कह रही है कि किसी को बीजेपी और उसकी चुनी हुई सरकारों के काम रोकने की रणनीति के खिलाफ खड़ा होना पड़ेगा। हालांकि, तब कई लोगों ने इसे नहीं समझा, क्योंकि तब आप ही आंच का सामना कर रही थी। इन सालों में अन्य को भी अहसास हुआ कि देश के संघीय ढांचे पर हमला हो रहा है और गैर-भाजपा सरकारें निशाने पर हैं।’ दिल्ली आबकारी घोटाले में आप और बीआरएस नेताओं के कथित गठजोड़ को आप के तेलंगाना प्रभारी सोमनाथ भारती ‘झूठा’ बता रहे हैं।
ईडी ने लगाए आरोप
हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरोप लगाए थे कि आप के संचार प्रभारी विजय नायर को ‘साउथ ग्रुप’ से 100 करोड़ रुपये मिले थे। ‘साउथ ग्रुप’ में कथित तौर से वाईएसआरसीपी सांसद मगुंत श्रीनिवासुलू रेड्डी, राघव मगुंत, शरद रेड्डी और कविता शामिल हैं। हालांकि, कविता आरोपों से इनकार करती रही हैं। दिल्ली आबकारी नीति के तहत इस ग्रुप की तरफ से जब लाइसेंस के लिए आवेदन दिया गया, तो कथित तौर पर आप और बीआरएस के नेताओं के बीच बातचीत का सिलसिला बढ़ गया था।
क्या तेलंगाना में विस्तार के लिए तैयार है आप?
तेलंगाना चुनाव में आप के लड़ने पर भारती ने कहा, ‘फिलहाल इसके बारे में सोचना जल्दबाजी होगी।’ वहीं, दोनों दलों में मजबूत होते रिश्तों पर बीआरएस सांसद नाम नागेश्वर राव ने कहा कि पार्टी राज्य से जुड़े मुद्दों पर समान विचारधारा वाले दलों के साथ काम करेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा, ‘आप भी तेलंगाना की तरह ही परेशानियों का सामना कर रही है, जहां केंद्र फंड नहीं देने जैसे कई मामलों में सहयोग नहीं कर रहा है। जो मुद्दे दोनों दलों ने एक जैसे मुद्दे उठाए हैं।’(एएमएपी)



