सेतु निगम की जगह ठेकेदार बनवाएंगे पुल
सुमेरपुर क्षेत्र के परसनी गांव निवासी राज्यसभा सांसद बाबूराम निषाद की पहल पर बेतवा नदी में नए पुल बनाने के लिए शासन ने तीन माह पहले हरी झंडी दी थी। इसके बनने से बेतवा नदी में संचालित मौरंग खदानों के ठेकेदारों को परिवहन में बड़ा लाभ मिलेगा। जबकि कुरारा की तरफ से मिर्जापुर-झांसी हाइवे से होते हुए परसनी की तरफ जाने के लिए लोगों को अब 32 किमी. अतिरिक्त यात्रा तय न हीं करना पड़ेगा। नया पुल बनने से यह दूरी बहुत कम हो जाएगी। साथ ही समय और खर्च की भी बचत होगी।
रेट रिवाइज की प्रथा समाप्त करने के लिए शासन ने लिया बड़ा फैसला
बेतवा नदी में नया पुल 14 कोठियां का बनेगा। पुल निर्माण के लिए मिट्टी की जांच और सर्वे का काम सेतु निगम करा चुका है। इस बीच शासन ने पुल निर्माण की पालिसी में बड़ा परिवर्तन किया है। अब इस पुल को बनाने का काम ठेकेदार को दिया गया है। पुल के एप्रोच मार्ग बनाने का कार्यलोनिवि कराएगा। इसके पीछे शासन का तर्क है कि इस्टीमेट के रिवाइज की प्रथा खत्म होगी। सेतु निगम के कार्यों में भी वैसे तो ठेकेदारों की भूमिका रहती है। सेतु निगम निर्माण सामग्री में सीमेंट, सरिया व अन्य मटैरियल ठेकेदार को उपलब्ध कराता है, ताकि गुणवत्ता पूर्ण पुल का निर्माण हो सके। सेतु निगम के सहायक अभियंता पंकज कुमार ने बताया कि शासन की पालिसी के मुताबिक सेतु निगम कार्य करेगा और पुल निर्माण में निगरानी भी करेगा।
बेतवा नदी में नया पुल बनने से तमाम पिछड़े गांवों की बदलेगी तकदीर
बतेवा नदी में नया पुल बनने से बीहड़ के दर्जनों गांवों की तकदीर बदल जाएगी। राज्यसभा के सांसद प्रतिनिधि अशोक तिवारी ने बताया कि बेतवा नदी पर एक नया पुल बनने से बीहड़ में बसे परसनी गांव के साथ ही मौराकांदर, बहरौली डांडा, कलौलीतीर, उजनेड़ी, अछपुरा वहदीना, स्वासा बुजुर्ग, स्वासा खुर्द, कुम्हऊपुर, कुआं डेरा, कंडौर, बैजेमऊ इस्लामपुर, हरेहटा, पतारा, जखेला, नैठी, रिठारी, छानी खुर्द, छानी बुजुर्ग, देवीगंज समेत दो दर्जन से ज्यादा गांवों में तेजी से विकास होगा। बताया कि ये ग्रामीण इलाके विकास की दौड़ में अभी आगे नहीं आए है लेकिन नए पुल बनने से ये सभी गांव चमक जाएंगे। वहीं बीहड़ के दर्जनों गांवों की डेढ़ लाख आबादी को आने जाने में बेतवा नदी का यह नया पुल लाइफ लाइन साबित होगा।(एएमएपी)