ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार 22 रणनीतिकारों के अनुमानों को औसत रूप से देखें तो वर्ष 2023 में S&P 500 4,078 अंक तक पहुंच सकता है, अगर ऐसा होता है तो यह – वर्तमान स्तर से लगभग 7% अधिक होगा। बाजार के संबंध में सबसे आशावादी पूर्वानुमान 24% की वृद्धि का है, जबकि मंदी के की स्थिति में अनुमानों के मुताबिक बाजार 11% तक टूट सकता है। यूरोप के बाजारों की बात करें तो 14 रणनीतिकारों के एक संयुक्त सर्वेक्षण में यह अनुमान लगाया है कि स्टॉक्स 600 में नए वर्ष के दौरान लगभग 5% की औसत वृद्धि दिख सकती है।
बाजार के रणनीतिकारों के मुताबिक केंद्रीय बैंकों की चिंता के केंद्र में मुख्य रूप से यूक्रेन में जारी लड़ाई और यूरोप में ऊर्जा संकट के कारण उत्पन्न मौद्रिक तंगी व अन्य चुनौतियों की गंभीरता है। उनके कारण महंगाई काबू पाने के केंद्रीय बैंकों की सख्ती के कारण हाल ही में बाजार में कमजोरी दिखी है।
हाल ही में अमेरिका में महंगाई दर के आंकड़ों में राहत दिखी पर केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों पर नियंत्रण करने पर ध्यान केंद्रित नहीं किया है। पिछले हफ्ते फेड और यूरोपीय सेंट्रल बैंक दोनों के ब्याज दरों में वृद्धि करने के कारण इक्विटी मार्केट में बड़ी गिरावट देखने को मिली। केंद्रीय बैंकों के रुख ने निवेशकों को याद दिलाया कि लंबे समय से प्रतीक्षित नीति बदलाव बहुत आसान नहीं होगा। इस बात का संदेश बैंक ऑफ जापान ने मंगलवार को अपनी बॉन्ड-यील्ड पॉलिसी में एक झटके में बढ़ोतरी के फैसले से लिया है।
वैश्विक रणनीतिकारों के अनुसार अमेरिकी शेयरों बाजारों में लगातार दूसरे पर बहुत कम ही गिरावट देखे गए हैं ऐसे में इस बात की उम्मीद बंधती है कि 2023 बाजार सकारात्मक रहेगा। 1928 के बाद से S&P 500 सिर्फ चार मौकों पर लगातार दो वर्षों में लुढ़के हैं। ऐसा केवल द ग्रेट डिप्रेशन (1929), द्वितीय विश्व युद्ध, 1970 का तेल संकट और इस सदी की शुरुआत में डॉट-कॉम बुलबुले के फटने के दौरान हुआ था। (एएमएपी)