दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद अरविंद केजरीवाल पानी के बढ़े हुए बिल के खिलाफ रविवार को हो रहे प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे। आप मुख्यालय में आयोजित इस विरोध प्रदर्शन को उन्होंने संबोधित भी किया। इससे पहले केजरीवाल गोविंदपुरी इलाके का दौरा किया था और लोगों से बातचीत भी की थी। इस दौरान उन्होंने पानी के बिल को जलाया भी था।
पानी के बढ़े हुए बिल भुगतान को लेकर वन टाइम सटलमेंट स्कीम के रुक जाने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। इस मौके पर उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया।उन्होंने कहा- दिल्ली में पानी के गलत बिल आने से तकरीबन 11 लाख परिवार परेशान हैं। हमारी सरकार पानी के इन गलत बिलों को ठीक करने के लिए स्कीम लेकर आई, लेकिन भाजपा ने साजिश करके उसे रोक दिया। लेकिन हम संघर्ष करेंगे, इस स्कीम को लागू करवा कर रहेंगे।उन्होंने कहा कि मैं जिस तरह से सरकार चला रहा हूं, आप लोग समझ नहीं सकते, ये हमें काम नहीं करने देते। मैं जिन हालात में सरकार चला रहा हूं, उससे मुझे नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए। सरकार मैं चला रहा हूं और अधिकारी एलजी की सुनते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने जब कहा कि अधिकारियों के तबादले का अधिकार दिल्ली सरकार के पास होना चाहिए तो इन्होंने संसद में कानून बना कर उसे पलट दिया। मगर मुझे कोई नहीं रोक सकता मैं जनता के काम करता रहूंगा। मेरा नोबेल पुरस्कार मेरी जनता है। मुझे और कोई नोबेल पुरस्कार नहीं चाहिए है।

केजरीवाल ने लोगों को समझाई स्कीम

उन्होंने कहा कि हमारी स्कीम क्या है, इसे ध्यान से सुनना जरूरी है। पहला: अगर उपभोक्ता ने दो से पांच वर्ष तक बिल नहीं भरा है, तो इस दौरान उसके जो दो बाकी बिल मिलते हैं, उसे सही मान लिया जाएगा। इसका औसत निकालकर उसी आधार पर बाकी महीनों का बिल लिया जाएगा। दूसराः यह नेबरहुड पॉलिसी है। अगर किसी के यहां पानी का मीटर ही नहीं है, तो उस स्थिति में उसके गली में उसी साइज वाले मकान से औसतन बिल निकाला जाएगा। इसके बाद, उसी आधार पर उसका बिल बना दिया जाएगा। अगर किसी का औसतन बिल 20 हजार लीटर से कम है, तो उसका सारा बिल जीरो हो जाएगा। जबकि ज्यादा होने पर जुर्माना और ब्याज छोड़कर उससे बाकी बिल लिया जाएगा।

‘बीजेपी वालों ने एलजी से कहकर रुकवा दिया’

उन्होंने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कि इस स्कीम से भाजपा वालों को क्या परेशानी है? भाजपा वालों ने एलजी से कह कर इस स्कीम को रुकवा दिया है। अधिकारी कह रहे हैं कि हम इस स्कीम को कैबिनेट में नहीं ला सकते। अधिकारी कह रहे हैं कि हम इसे कैबिनेट में लाएंगे तो ये हमें निलंबित कर देंगे। इसलिए हम इसे कैबिनेट में नहीं ला सकते। मैं कहता हूं कि इन्होंने हमारे मोहल्ला क्लीनिक नहीं बनने दिए, इसे इन्होंने रोका मगर हम नहीं माने और मोहल्ला क्लीनिक बनवा लिए। इसके बाद इन्होंने एलजी से सीसीटीवी कैमरे की योजना रुकवा दी।

‘सिसोदिया ने अच्छे स्कूल बनाए, इसलिए गए जेल’

उन्होंने कहा कि आप को ध्यान होगा हमने एलजी के आवास पर धरना दे दिया और 10 दिन तक धरना दिया। फिर इन्होने सीसीटीवी की फाइल पास की। इन्होंने स्कूलों का काम रोका है, मगर हमने स्कूल बनाए हैं। देश के सबसे अच्छे स्कूल बनाए हैं। इन्होंने मनीष सिसोदिया को जेल में डाल दिया। इन्होंने सिसोदिया को जेल में इसलिए नहीं डाला कि सिसोदिसा ने कोई पैसा खाया है, इन्होंने सिसोदिया को जेल में इसलिए डाल दिया कि सिसोदिसा ने अच्छे स्कूल क्यों बनवा दिए। केजरीवाल पर भरोसा करो हम जनता के काम रुकने नहीं देंगे।

‘गठबंधन को जिताएंगे तो कोई एलजी नहीं रोकेगा’

उन्होंने कहा कि मैं एक बात कहना चाहता हूं कि इस बार लोकसभा की सातों सीटों हमें और हमारे गठबंधन को जिता दें फिर संसद में हमारी ताकत बढ़ेगी फिर हमें कोई एलजी नहीं रोक सकेगा। इसी के साथ यह भी कह रहा हूं कि अगर पानी का बढ़ा हुआ बिल आ रहा है तो नहीं भरें उसे फाड़ कर फेंक दें, हम उसे माफ कराकर रहेंगे।

‘तकरीबन 11 लाख परिवार है परेशान’

उन्होंने कहा- दिल्ली में पानी के गलत बिल आने से तकरीबन 11 लाख परिवार परेशान हैं। हमारी सरकार पानी के इन गलत बिलों को ठीक करने के लिए स्कीम लेकर आई, लेकिन बीजेपी ने साजिश करके उसे रोक दिया। इसके खिलाफ हम संघर्ष करेंगे, इस स्कीम को लागू करवा कर रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैं जिस तरह से सरकार चला रहा हूं, आप लोग समझ नहीं सकते, ये हमें काम नहीं करने देते। मैं जिन हालात में सरकार चला रहा हूं, उससे मुझे नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए। सरकार मैं चला रहा हूं और अधिकारी एलजी की सुनते हैं।

‘संसद में कानून बनाकर सुप्रीम कोर्ट का आदेश पलटा’

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जब कहा कि अधिकारियों के तबादले का अधिकार दिल्ली सरकार के पास होना चाहिए तो इन्होंने संसद में कानून बना कर उसे पलट दिया। मगर मुझे कोई नहीं रोक सकता मैं जनता के काम करता रहूंगा। मेरा नोबेल पुरस्कार मेरी जनता है। मुझे और कोई नोबेल पुरस्कार नहीं चाहिए है।

उन्होंने कहा कि मैं एक बात कहना चाहता हूं कि इस बार लोकसभा की सातों सीटों हमें और हमारे गठबंधन को जिता दें फिर संसद में हमारी ताकत बढ़ेगी फिर हमें कोई एलजी नहीं रोक सकेगा। इसी के साथ यह भी कह रहा हूं कि अगर पानी का बढ़ा हुआ बिल आ रहा है तो नहीं भरें उसे फाड़ कर फेंक दें, हम उसे माफ कराकर रहेंगे।

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मंच से कर डाली नोबेल पुरस्कार की मांग

‘आप’ सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा, ‘ये लोग चाहते हैं कि जैसी शिक्षा इनके बच्चों को मिल रही है वैसी दिल्ली के गरीब बच्चों को न मिले। इन्होंने दिल्ली के अस्पतालों को रोकने की कोशिश की। ये सब मैं आपको रोज बता नहीं पाता, मेरा दिल जानता है कि मैं कैसे सरकार चला रहा हूं, इसके लिए मुझे एक नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए।

इसलिए मिलना चाहिए नोबेल

सीएम केजरीवाल ने मंच से कहा, ‘भाजपा वालों ने और दिल्ली के एलजी ने लोगों को दुखी करा, और किस तरह से दिल्ली के लोगों का बेटा बनकर केजरीवाल ने सभी समस्याओं का समाधान किया। इस बात के लिए मुझे नोबेल प्राइज मिलना चाहिए। लेकिन मेरा नोबेल प्राइज तो आप लोग हो… कल जब मैं गोविंदपुरी में गली-गली में घूम रहा था, तब सब लोग एक ही बात कह रहे थे कि भरोसा आपके ऊपर ही है।

गौरतलब है कि दिल्लीवालों के गलत पानी के बिल को माफ करने के लिए केजरीवाल सरकार एक स्कीम लाना चाहती है। केजरीवाल की पार्टी का आरोप है कि इसमें भाजपा अड़ंगा लगा रही है। इसे लेकर आज प्रदर्शन किया गया। सीएम केजरीवाल ने जमकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘अगर दिल्ली में भाजपा की सरकार होती तो अब तक सब का पानी का कनेक्शन काट देती। अगर आपको लगता है कि पानी का बिल ठीक है तो भर देना लेकिन अगर लगता है कि बिल ठीक नहीं है तो भरने की जरूरत नहीं है, केजरीवाल है अभी, भाजपा की गुंडागर्दी नहीं चलेगी।(एएमएपी)