इमरान ने शनिवार शाम लाहौर के जमां पार्क स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में दावा किया, जनरल बाजवा चाहते थे कि मैं भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित करूं। उन्होंने इसके लिए मुझ पर दबाव बनाया और हमारे रिश्ते खराब होने की एक वजह यह भी थी। हालांकि इमरान ने अपना रुख दोहराया कि पाकिस्तान को भारत के साथ केवल तब शांति वार्ता करनी चाहिए, जब नई दिल्ली जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करे। भारत ने पाकिस्तान से बार-बार कहा है कि वह आतंक, शत्रुता और हिंसा से मुक्त माहौल में इस्लामाबाद के साथ सामान्य पड़ोसी वाले संबंध चाहता है।
‘मुझे मरवाना चाहता थे’
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान ने आगे कहा कि जनरल (सेवानिवृत्त) बाजवा ने पाकिस्तान के साथ जो किया वह दुश्मन भी नहीं कर सका। उन्होंने अतीत में बाजवा पर न केवल देश को अस्थिर करने का आरोप लगाया बल्कि उनके, उनकी पार्टी के सदस्यों और पत्रकारों के खिलाफ अत्याचार भी किए। इमरान ने आरोप लगाया बाजवा मुझे मरवाना चाहते थे।(एएमएपी)