Happening Now: The mysterious respiratory illness that has been hitting China hard has now made its way to the United States. Washington DC is now seeing an uptick in hospital cases due to the mysterious illness.
The illness appears to hit children the hardest but China is… pic.twitter.com/m3t3wAXnUZ
— 🇺🇸Travis🇺🇸 (@Travis_in_Flint) November 28, 2023
केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर अस्पताल की तैयारियों की समीक्षा करने के सख्त निर्देश दिये हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भी कहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय चीन में बच्चों में फैली सांस की बीमारी के मामलों में वृद्धि पर करीब से नजर रख रहा है। मंत्रालय की ओर से पत्र में सभी राज्यों को यह खास निर्देश दिया है कि वो अस्पतालों में मौजूदा स्वास्थ्य सेवाओं का बारीकी से निरीक्षण करें। साथ ही इन्फ्लूएंजा और सर्दियों के मौसम में ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह भी दी गई है।
जांच के लिए सैंपल्स भेजे जाएंगे लेबोरेट्री
इन सैंपल्स को जांच के लिए लेबोरेट्री भेजा जाएगा ताकि यह पता चल सके कि यह बीमारी सामान्य है या फिर कोई नया वायरस पैर पसार रहा है। केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘यह पूरी तरह से किफायती फैसला है। अब तक चिंता की कोई बात सामने नहीं आई है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है। कोरोना के बाद से ही सांस लेने संबंधी परेशानी वाले मामलों की निगरानी के लिए एक व्यवस्था बनी हुई है। अब तक ऐसा कुछ नहीं है, जिससे पता चले कि भारत में कोई खतरा है।’ फिर भी सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है।
No matter which dynasty you come from, please buy a subway ticket.😃😃😃
Two-dimensional codes are supported in subway stations in all cities. pic.twitter.com/c5Xqah7f5E— Sharing Travel (@TripInChina) November 28, 2023
एम्स के डॉक्टर बोले- चिंता की बात नहीं
खासतौर पर बच्चों और युवाओं के ही शिकार बनने से भी चीन समेत कई देशों की नींद उड़ी हुई है। हालांकि एम्स के एक डॉक्टर ने कहा कि यह चिंता की बात नहीं है। सर्दियों के मौसम में अकसर लोग सर्दी, जुकाम की समस्या से पीड़ित होते हैं। इन समस्याओं के जोर पकड़ने पर कुछ लोगों को सांस लेने में भी थोड़ी परेशानी हो जाती है, लेकिन यह किसी भी तरह की चिंता की बात नहीं है। फिर भी स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे कोरोना के दौर में तय गाइडलाइंस को फिर से लागू करें। इससे निगरानी व्यवस्था बेहतर होगी।
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चीन में सांस की बीमारी के मामले आए सामने
विश्व स्वास्थ्य संगठन का भी कहना है कि अक्टूबर 2023 के मध्य से ही चीन में बच्चों और युवाओं में सांस की बीमारी के मामले सामने आए हैं। इन केसों में लगातार इजाफा भी हुआ है। इसलिए हम निगरानी कर रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन से कुछ और जानकारी मांगी है, जिससे तय हो सके कि बीमारी बढ़ने की वजह क्या है। कुछ जानकार इसे लेकर आशंका जता रहे हैं कि क्या यह एक नई महामारी की दस्तक है? हालांकि अब तक इसे लेकर कुछ भी ठोस तौर पर नहीं कहा जा सकता।(एएमएपी)