भारत में फुटवियर क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और निकट भविष्य में उत्पादन और निर्यात 10 गुना बढ़ सकता है। इसी को देखते हुए केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत में सरकार और उद्योग दोनों के प्रयासों से फुटवियर और चमड़ा क्षेत्र में विश्व में अग्रणी बनने की क्षमता है। इस लेख में इन्हीं प्रयासों और सरकार की योजनाओ के बारें में जानेंगे।

दूसरा सबसे बाद उत्पादक

भारत फुटवियर और चमड़े के परिधान का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। भारत में दुनिया की टेनरी का लगभग 3 बिलियन वर्ग फुट हिस्सा है। देश में लगभग 7,000 लघु उद्योग इकाइयां फुटवियर क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था और विदेशी मुद्रा आय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। लगभग 40% महिलाएं इस क्षेत्र में कार्यरत हैं और प्रत्येक 1000 जोड़े जो बनाए या बेचे जाते हैं उसके लिए 425 नौकरियां सुरक्षित हैं।

मुक्त व्यापार समझौता से फायदा

विभिन्न देशों के साथ भारत द्वारा हस्ताक्षरित मुक्त व्यापार समझौता करने से चमड़ा उद्योग को फायदा होता है। उदाहरण के लिए यूएई के साथ नए समझौते के परिणामस्वरूप पिछले साल नवंबर में इस क्षेत्र में निर्यात में 64 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। हाल ही में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ मुक्त व्यापार समझौता किया है।

‘अमृत काल’ मे लक्ष्य

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने चमड़ा और फुटवियर उद्योग से अगले 25 वर्षों में महत्वपूर्ण वृद्धि का लक्ष्य रखने और उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक योजना तैयार करने का आग्रह किया। भारतीय उद्योग में बड़ी अप्रयुक्त क्षमता है। निर्मित उत्पादों की गुणवत्ता अच्छी होने के बावजूद उत्पाद के लिए बेहतर मूल्य प्राप्त करने के लिए पैकेजिंग और ब्रांडिंग पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है। हम दुनिया भर में भारतीय मिशन आउटरीच के संदर्भ में सहायता प्रदान करने में और उन्हें ब्रांडिंग व्यवसाय में लगी अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों से जोड़ने में मदद कर सकते हैं।

केंद्र सरकार की पहल

  • राजस्व विभाग द्वारा शुरू की गई एमओओडब्ल्यूआर योजना में निर्यात के उद्देश्य से आयात किए जा रहे सामानों पर कोई शुल्क नहीं देना होता है। यह योजना निश्चित रूप से व्यापार को और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद करती हैं
  • इसके अलावा केंद्र सरकार ने पिछले साल जनवरी में केंद्रीय क्षेत्र की योजना ‘भारतीय जूते और चमड़ा विकास कार्यक्रम को 2026 तक या अगली समीक्षा तक जारी रखने की मंजूरी दे दी है। इस कार्यक्रम से चमड़ा एवं फुटवियर उद्योग लाभान्वित हो रहे हैं।
  • केंद्र सरकार उद्योग के हितों को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी मानक में संशोधन करने के लिए तैयार है।
  • केंद्र सरकार ने उद्योग के हितधारकों को उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए देश में कहीं भी परीक्षण सुविधाओं/प्रयोगशालाओं की स्थापना के संदर्भ में पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
  • सरकार उद्योग में आवश्यक मशीनरी के निर्माण में सहायता के लिए एक नई योजना तैयार करने पर काम कर रही है। उद्योग जगत से सरकार की सभी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की है।
  • सरकार दुनिया के अन्य विकसित देशों के साथ और अधिक एफटीए करने की कोशिश कर रही हैं।(एएमएपी)