भारत के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को साल 2023 के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। शमी देश के 58वें क्रिकेटर बन गए, जिनको नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स में अर्जुन पुरस्कार मिला है। मंगलवार को दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में उनको राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों ये सम्मान मिला। शमी के अलावा देश के 25 अन्य खेलों के खिलाड़ियों को भी ये सम्मान मिला है। मोहम्मद शमी ने पिछले कुछ सालों में दमदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने 2023 में हुए वनडे विश्व कप में भी कमाल किया था और वे सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज थे। बता दें कि भारत में दूसरा सबसे बड़ा खेल सम्मान अर्जुन पुरस्कार अच्छे प्रदर्शन के साथ-साथ नेतृत्व, खेल कौशल और अनुशासन का प्रदर्शन करने के लिए दिया जाता है।

इनको भी मिला सम्‍मान

राष्ट्रपति मुर्मू ने शमी के अलावा ओजस प्रवीण, शीतल देवी और अन्य को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया। इसके अलावा राष्ट्रपति ने लॉन बाउल्स में उनकी उपलब्धियों के लिए पिंकी, शूटिंग में ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, स्क्वैश में हरिंदर पाल सिंह संधू, टेबल टेनिस में अयहिका मुखर्जी, कुश्ती में सुनील कुमार और अंतिम पंघाल, नाओरेम रोशिबिना देवी को वुशू, शीतल देवी को पैरा तीरंदाजी, इलुरी अजय कुमार रेड्डी को ब्लाइंड क्रिकेट, प्राची यादव को पैरा कैनोइंग में उनकी उपलब्धियों के लिए अर्जुन पुरस्कार, 2023 प्रदान किए। उन्‍होंने विनीत कुमार शर्मा और कविता सेल्वराज को ध्यानचंद पुरस्कार (लाइफटाइम), 2023 प्रदान किए।

राष्ट्रपति ने लैंड एडवेंचर में उनकी उपलब्धियों के लिए सविता कंसवाल (मरणोपरांत) को तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार, 2022 प्रदान किया। इसके अलावा राष्ट्रपति ने तुलसी चैतन्य मोथुकुरी, मास्टर वारंट ऑफिसर अंशू कुमार तिवारी और परवीन सिंह को तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार, 2022 प्रदान किए। मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (एमएकेए) ट्रॉफी, 2023 गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर को दी गई। ओडिशा माइनिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ओएमसी) और जैन (डीम्ड-टू-बी यूनिवर्सिटी) को राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार, 2023 दिए गए।

पांच कोच द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित

गणेश प्रभाकरन (मल्लखंभ), महावीर सैनी (पैरा एथलेटिक्स), ललित कुमार (कुश्ती), आरबी रमेश (शतरंज) और शिवेंद्र सिंह (हॉकी) को स्पोर्ट्स कोचिंग का सबसे बड़ा सम्मान द्रोणाचार्य अवॉर्ड दिया गया। इसके अलावा तीन खिलाड़ियों को लाइफ टाइम अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।

तीन कोच को लाइफ टाइम अवॉर्ड

गोल्फ कोच जसकीरत सिंह ग्रेवाल, भास्करन ई (कबड्डी, कोच) और जयन्त कुमार पुसीलाल (टेबल टेनिस, कोच) को लाइफ टाइम अवॉर्ड प्रदान किया गया।

अवार्ड मिलने पर क्‍या बोले शमी?

राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह के लिए दिल्ली पहुंचे मोहम्मद शमी ने कहा कि ये एक सपने के सच होने जैसा है। उन्होंने कहा, “ये पुरस्कार एक सपना है, जिंदगी बीत जाती है और लोग ये अवॉर्ड नहीं जीत पाते हैं। मुझे खुशी है कि मुझे ये पुरस्कार मिल रहा है। मेरे लिए यह पुरस्कार पाना एक सपने जैसा है, क्योंकि मैंने अपने पूरे जीवन में कई लोगों को यह पुरस्कार प्राप्त करते देखा है।”

साल 2023 रहा लाजवाब

33 साल के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के लिए साल 2023 लाजवाब रहा। साल के आखिरी में आयोजित वनडे वर्ल्ड कप में तो उन्होंने धूम ही मचा दी। टूर्नामेंट के शुरुआती 4 मैच नहीं खेलने के बावजूद शमी ने 24 विकेट चटकाए थे। वह इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे। वर्ल्ड कप के इसी प्रदर्शन का पुरस्कार उन्हें अर्जुन अवॉर्ड के रूप में मिला है।

इन खिलाड़ियों को भी मिल चुका सम्‍मान

अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित होने वालों में 12 महिला क्रिकेटर भी शामिल हैं। शमी से पहले भारत के महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन और तमाम खिलाड़ियों को ये सम्मान मिला है। 2021 में आखिरीबार शिखर धवन को इस सम्मान से नवाजा गया था। 2022 में कोई भी क्रिकेटर इस अवॉर्ड को हासिल नहीं कर पाया था, लेकिन अब शमी को ये सम्मान मिला है।

पिता और भाई दोनों खेलते थे क्रिकेट

उत्तर प्रदेश के अमरोहा के रहने वाले शमी के पिता और बड़े भाई क्रिकेट खेलते थे। दोनों ही तेज गेंदबाज थे। यहीं से गेंदबाजी के प्रति शमी का लगाव बढ़ा था। शमी अपने स्कूल में बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग कर चुके हैं।  हालांकि, तेज गेंदबाजी हमेशा से ही उनकी पहली प्राथमिकता रही है। उन्होंने बड़े भाई को देखकर क्रिकेट खेलना शुरू किया था। शमी के घर से स्टेडियम 30 किलोमीटर दूर था। वह बस से स्टेडियम जाते थे।

यूपी से नहीं खेल पाए शमी

शमी का चयन जब उत्तर प्रदेश की रणजी टीम में नहीं हुआ था तो वह ज्यादा निराश नहीं थे। उन्होंने दूसरे साल भी कोशिश की, लेकिन उनका चयन नहीं हुआ। यूपी छोड़ने का मन बनाने के बाद शमी ने कोच से बात की और उनके कोच ने त्रिपुरा में उनके खेलने का जुगाड़ बनाया। हालांकि, शमी त्रिपुरा के लिए भी नहीं खेल सके। तीन साल बर्बाद करने के बाद कोलकाता में उनके कोच ने एक क्लब में ट्रायल का जुगाड़ बनाया। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया।

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पहले वनडे में किए थे चार मेडन ओवर

भारतीय टीम में चयन को लेकर शमी ने बताया कि वह क्लब का मैच खेल रहे थे और तभी मीडिया वाले वहां जुटने लगे। तब शमी ने पूछा कि इतनी भीड़ क्यों है। उनके दोस्त ने बताया कि भारतीय टीम में उनका चयन हो चुका है। अपने पहले वनडे मैच में ही शमी ने चार मेडन ओवर किए। इसके बाद रणजी ट्रॉफी में भी उन्होंने कमाल किया। अपने पहले टेस्ट में नौ विकेट लिए और अब वह दुनिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में शुमार हो चुके हैं।

शमी का करियर

मोहम्मद शमी भारत के लिए अब तक 64 टेस्ट मैच में 229 विकेट हासिल कर चुके हैं। 101 वनडे मैच में उनके नाम 195 और 23 टी20 में 24 विकेट हैं। शमी आईपीएल में कई टीमों के लिए खेल चुके हैं। उन्होंने 110 मैच खेले हैं। इस दौरान शमी ने 127 विकेट लिए हैं।(एएमएपी)