भारत और कजाकिस्तान के बीच इस संयुक्त अभ्यास को वर्ष 2016 में ‘प्रबल दोस्ती’ के रूप में शुरू किया गया था। दूसरे संस्करण के बाद इस अभ्यास को कंपनी-स्तरीय अभ्यास में अपग्रेड करके इसका नाम बदलकर एक्सरसाइज ‘काजिंद’ कर दिया गया। इसी वर्ष से अभ्यास में वायु सेना को भी शामिल किया गया। अभ्यास के मौजूदा संस्करण में दोनों सैन्य पक्ष आतंकवाद विरोधी अभियानों के संचालन का अभ्यास करेंगे। अभ्यास में काउंटर मानव रहित हवाई प्रणाली संचालन भी शामिल है।
हमास से निपटने अमेरिका ने बनाई खास रणनीति, वित्तीय स्रोतों को पूरी तरह करेगा खत्म
यह अभ्यास दोनों सैन्य पक्षों को एक-दूसरे की रणनीति, युद्ध अभ्यास और प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी हासिल करने का अवसर प्रदान करेगा, जो संयुक्त राष्ट्र कार्यक्षेत्र के अंतर्गत कार्य संचालन के लिए जरूरी है। इस संयुक्त प्रशिक्षण से अर्ध-शहरी और शहरी परिस्थितियों में संयुक्त सैन्य अभियान के संचालन के लिए अपेक्षित कौशल और समन्वय को विकसित करेगा। दोनों सैन्य पक्षों को युद्ध कौशल के व्यापक स्पेक्ट्रम पर अभ्यास करने, एक-दूसरे से सीखने, विचारों का आदान-प्रदान करने और सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों को साझा करने का मौका देगा। इस अभ्यास से दोनों सेनाओं के बीच संबंध और अधिक मजबूत होंगे। (एएमएपी)