कतर की एक कोर्ट ने वहां रह रहे भारतीय नौसेना के आठ अधिकारियों को सजा-ए-मौत की सजा सुनाई है जिसे लेकर देश में चर्चा तेज हो गई है. इजरायल-हमास की जंग के बीच खाड़ी देश कतर का यह फैसला भारतीयों को हैरान करने वाला है। सभी के जेहन में एक ही सवाल है कि क्या एक छोटा सा खाड़ी मुल्क भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारियों को फांसी के फंदे पर लटका देगा? तो हम आपको यह बता रहे हैं कि कतर के लिए इसे अंजाम दे पाना आसान नहीं है।
आज दुनिया भर में एक ताकतवर मुल्क के तौर पर उभर चुके भारत के इन अधिकारियों को ऐसी सजा दे पाना कतर के लिए उतना आसान नहीं जितनी आसानी से सजा सुना दी गई है. खासकर तब जब भारत सरकार ने ऐलान कर दिया है कि कतर की अदालत के इस फैसले के खिलाफ हर तरह के कानूनी विकल्प का इस्तेमाल किया जाएगा. चलिए आज हम आपको सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं कि कतर के लिए इस आदेश का अमल क्यों नामुमकिन है।
भारत के पास क्या हैं विकल्प
#WATCH | On Qatar court imposes death penalty on 8 former Indian Navy personnel, Congress MP Manish Tewari says, ” Eight senior decorated officers of Indian Navy have been sentenced to death on charges which are still not known. I had asked in Lok Sabha what are the charges… pic.twitter.com/NrVWNd9OUg
— ANI (@ANI) October 27, 2023
भारत विदेश मंत्रालय की तरफ से गुरुवार (26 अक्टूबर) को कहा गया कि कतर की अदालत के फैसले से स्तब्ध हैं. परिवार के सदस्यों और कानूनी टीम से संपर्क किया जा रहा है. सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल किया जाएगा. भारत ने ये भी साफ कर दिया है कि वह कतर की कैद में बंद भारतीयों को राजनयिक परामर्श देता रहेगा।
पहले भी मौत की सजा कम कर चुका है कतर
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व राजनयिक केपी फैबियन ने एक वाकये का जिक्र करते हुए कहा है कि फिलिपंस के एक नागरिक को भी इसी तरह से मौत की सजा सुनाई गई थी. वह कतर जनरल पेट्रोलियम में काम करता था. आरोप था कि वायुसेना के दो अन्य आरोपी उसे खुफिया जानकारी देते थे जिसे वह फिलिपींस तक पहुंचाता था।
Qatar
• 33% population is of Indians
• size 1/4th of Haryana & 1/2 of Manipuryet sentenced 8 Indian Navy officers to death!
Why? Socha Kabhi?🤔
The real reason is neither espionage nor diaspora
The real reason may lie in story of Kulbhushan Jadhav!
How, you ask?😲
Some… pic.twitter.com/mMD6mwb1ow
— UPSC CSE WHY (@CseWhy) October 28, 2023
मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा था. इसलिए फिलिपंस के नागरिक को मौत की सजा सुनाई गई थी, लेकिन इस मामले में अपील की गई और कोर्ट ने सजा कम करके आजीवन कारावास में बदल दिया था. वायुसेना के दो अन्य आरोपियों को भी 25 साल की सजा घटाकर 15 साल कर दी गई।
आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़, बब्बर खालसा के चार आतंकी गिरफ्तार
फैबियन कहते हैं कि वहां के कानूनों में इस तरह की सजा और बाद में माफ करने का रिवाज रहा है. इसके अलावा भारत से कूटनीतिक रिश्ते भी खास हैं. इस वजह से कतर के लिए आठ भारतीयों को फांसी के फंदे पर लटका देना आसान नहीं होगा।
इन्हें मिली है सजा
गिरफ्तार में एक राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित ऑफिसर भीकतर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 8 पूर्व नौसैनिकों में से राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित कमांडर पूर्णंदू तिवारी (रि.) भी शामिल हैं. इन्हें 2019 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रवासी भारतीय पुरस्कार से सम्मानित किया था. कंपनी की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार पूर्णंदू तिवारी भारतीय नौसेना में कई बड़े जहाजों की कमान संभाल चुके हैं।