इजराइल हमास जंग के बीच ईरान ने अमेरिका को बड़ी धमकी दी है. ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर गाजा में इजरायली हमले जारी रहे तो मुसलमानों और प्रतिरोधी ताकतों को कोई नहीं रोक पाएगा। खामेनेई ने गाजा पर इजराइली हमले का जिम्मेदार अमेरिका को बताया. उन्होंने कहा कि अमेरिका के हाथ फिलिस्तीन के बच्चों के खून से रंगे हैं. ईरान के सर्वोच्च नेता ने कहा कि अगर ये हमले नहीं रुके तो जंग और विध्वंसक होगी. मुसलमानों की ताकत को कोई रोक नहीं पाएगा।

खामेनेई के बयान पर अमेरिका ने भी पलटवार किया. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि इजराइल हमास की जंग में अगर ईरान ने एंट्री की तो इसका अंजाम भुगतने के लिए वह तैयार रहे. बाइडेन ने कहा कि अमेरिका अपने नागरिकों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा. सहयोगी देशों की मदद से अमेरिका कभी पीछे नहीं हटेगा. अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि अगर ईरान ने इजरायल के खिलाफ सैनिक और हथियारों की सप्लाई की तो इसके गंभीर अंजाम भुगतने होंगे. वो इजरायल का कुछ नहीं बिगाड़ सकते।

 

ईरान से युद्ध नहीं चाहता अमेरिका पर…

इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने संयुक्त राष्ट्र में ईरान को चेतावनी देते हुए कहा था कि ईरान अमेरिकी नागरिकों और कर्मियों पर हमले की गलती भूलकर भी न करे. ब्लिंकन ने कहा था कि ईरान के साथ अमेरिका कोई युद्ध नहीं चाहता लेकिन उसके कर्मियों को निशाना न बनाया जाए. बता दें कि अमेरिकी सेना ने मिडिल ईस्ट में अपने सैनिकों की सुरक्षा बढ़ा दी है. अमेरिका ने ईरान समर्थित समूहों को रोकने की कोशिश के लिए इस क्षेत्र में दो युद्धपोत और फाइटर एयरक्राफ्ट भी भेजे हैं।

इजराइल-हमास की जंग पर बाइडेन का बड़ा दावा

इजराइल-हमास के बीच चल रही जंग में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत का नाम भी जोड़ दिया है. बाइडेन ने दावा किया कि दिल्ली में जी-20 समिट के दौरान भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप आर्थिक कॉरिडोर का जो फैसला हुआ था, हमास द्वारा किए गए हमले की वो भी एक वजह हो सकता है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह दावा किया।

7 अक्टूबर से जारी है जंग

इजराइल और हमास के बीच पिछले 19 दिनों से जंग जारी है. इस जंग की शुरुआत तब हुई थी जब 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर अचानक से हमला कर दिया था. हमास ने इजराइल पर 5000 से ज्यादा रॉकेट दागे थे. इसके बदले इजराइल ने भी हमास पर जवाबी कार्रवाई की. इजराइल ने गाजापट्टी पर जमकर रॉकेट बरसाए. इजराइली हमले में गाजा में अब तक करीब 6000 लोग मारे गए हैं. वहीं, हमास के हमले में इजराइल में करीब 1400 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।

हमास की तरह हिज्बुल्लाह ने भी पूरी प्लानिंग के साथ इजराइल से मुकाबला करने की तैयारी कर रखी है. गाजा की तरह ही हिज्बुल्लाह लेबनान में सुरंगों का जाल बिछा रखा है. हमले से बचने के लिए हिज्बुल्लाह ने सुरंगें बनाई. सुरंगों में कई गुप्त रास्ते बनाएं. हिज्बुल्लाह ने इजराइली सैनिकों को घेरने की तैयारी कर रखी है. इन सुरंगों में उसने हथियारों का जखीरा जमा किया है।

बेरूत से 3 किलोमीटर तक सुरंगों का जाल बिछा है. इजराइली सेना ने 2018 की जंग में इन सुरंगों को तबाह कर दिया था. बता दें कि लेबनान के इस अतिरिक्त सुरंग नेटवर्क का उद्देश्य इजराइल के खिलाफ युद्ध के दौरान अपने सैनिकों की गुप्त आवाजाही को तेज और सक्षम करना है।हमास का सुरंग नेटवर्क इजराइल के लिए सबसे बड़ा खतरा

बता दें कि हमास सुरंगों के सहारे इजराइल से युद्ध लड़ रहा है. बताया जाता है कि हमास के पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सुरंग नेटवर्क है. हमास का सुरंग नेटवर्क इजराइल के लिए सबसे बड़ा खतरा है. अगर इजराइल गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन करता है तो उसे भी इसका माकूल जवाब मिल सकता है. हमास के लड़ाके इस सुरंग के जरिए इजराइली सेना के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं इसलिए इजराइल लगातार हमास के हथियार डिपो और सुरंग पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है, जिससे उसका सुरंग नेटवर्क ध्वस्त हो जाए।

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इजराइल हमास की जंग में हिजबुल्लाह की एंट्री

बता दें कि हमास हमले के बाद से इजराइल से जारी जंग में हिजबुल्लाह की भी एंट्री हो गई. उसने इजराइली सैन्य ठिकानों और इजराइल के कई शहरों पर ताबड़तोड़ हमले किए. हिजबुल्लाह के लड़ाकों ने इजराइल में दर्जनों एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलें, रॉकेट और मोर्टार दागे. उत्तरी इजराइल में हिजबुल्लाह के कई ड्रोन भी पकड़े गए हैं।

हिजबुल्लाह ने इजराइल-अमेरिका को दी धमकी

बता दें कि हमास हमले के बाद हिजबुल्लाह ने इजराइल और अमेरिका को धमकी दी थी. हिजबुल्लाह के एक अधिकारी ने पश्चिमी देशों को चेतावनी देते हुए कहा था अगर उसने हमारे खिलाफ कोई भी गलती तो उसकी प्रतिक्रिया जरूर होगी।   (एएमएपी)