दिल्ली में इजराइली दूतावास ने लगाए पोस्टर, सैंकड़ों नागरिकों को अपहरण कर बंधक बनाया हमास
इजराइल और हमास के बीच पिछले 26 दिनों से जंग जारी है. दोनों के बीच सात अक्टूबर को शुरू हुआ यह युद्ध कब तक शांत होगा, इसकी फिलहाल कोई समयसीमा नहीं है. इस बीच इजराइल गाजा में जबरदस्त बमबारी कर रहा है। इजराइली हमले से गाजा में अब तक 8800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. 7 अक्टूबर के हमले के बाद हमास के आतंकियों ने इजराइल के सैंकड़ों नागरिकों को अपहरण कर बंधक बना लिया।
नई दिल्ली में इजरायली दूतावास ने बुधवार को अपने उन्हीं नागरिकों के पोस्टर प्रदर्शित किए, जो अब तक हमास के कब्जे में हैं. इनमें भारी संख्या में छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं शामिल हैं. बता दें कि 7 अक्टूबर को 2000 से अधिक आतंकी गाजा पट्टी से सीमा पार कर इजराइल में घुस गए और हमास के लड़ाकों ने 200 से अधिक निर्दोष नागरिकों का अपहरण कर लिया और उसे अपने साथ गाजा ले गए. ये इजराइली नागरिक फिलहाल कहां हैं, इसका कोई अता पता नहीं है। जंग के बीच जॉर्डन ने इजराइल के साथ तोड़े संबंध, राजदूत को बुलाया वापस।
A woman in Gaza shouts during the evacuation of the wounded: “It’s all because of the dogs of Hamas!”
Then they silence her
Share so that the whole world knows that Hamas uses the Gaza residents as human shields!🙏 pic.twitter.com/rahWL2xsvR
हमले के बाद हमास के आतंकियों ने किसी को नहीं छोड़ा. उसने बर्बरता की हद पार कर दी. 9 महीने से लेकर 80 साल की उम्र के 3000 से अधिक महिलाओं, बच्चों और पुरुषों को घायल कर दिया. महिलाओं के साथ बलात्कार किया, उन्हें पीटा और क्रूरतापूर्वक उनके प्रियजनों से अलग कर दिया. बता दें कि हमास के कब्जे में अभी भी 200 से अधिक इजराइली नागरिक हैं। बीते दिनों ने हमास ने चार लोगों को रिहा किया था. हमास ने जंग के 13 दिन बाद यानी 20 अक्टूबर को अमेरिकी मां-बेटी को रिहा किया था. इसके कुछ दिन बाद दो इजराइली महिला को बंधक से मुक्त किया था।
गाजा पट्टी पर बम बरसा रही इस्राइल की सेना
इसके जवाब में इस्राइल की सेना गाजा पट्टी पर बम बरसा रही है। इस्राइल के हमले में अब तक गाजा पट्टी में नौ हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। अपने अगवा नागरिकों को छुड़ाने के लिए इस्राइल की सेना ने अब गाजा पट्टी में जमीनी हमला भी शुरू कर दिया है।
बंधकों की आड़ में इस्राइल पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे आतंकी
हमास के हमलों के बाद इस्राइल की जवाबी कार्रवाई अब भी जारी है। सात अक्तूबर को शुरू हुआ संघर्ष अब और तेज हो चुका है। रिपोर्ट्स की मानें तो इस युद्ध में अब तक लगभग 9,706 लोगों की मौत हो चुकी है। इस दौरान हमास के लड़ाकों ने कई को बंधक भी बना रखा है। बंधकों की आड़ में आतंकी इस्राइल पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, हमास को नेस्तनाबूंद करने की कसम खा चुके इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के फरमान पर गाजा पट्टी की पूर्ण नाकेबंदी कर दी गई है। इस कारण गाजा में रहने वाली जनता को भोजन, पानी और बिजली की भयावह कमी का सामना करना पड़ रहा है। संघर्ष में जान गंवाने वालों में दो-तिहाई महिलाएं और बच्चे हैं।
गाजा पट्टी में 44 देशों के नागरिकों समेत 20 लाख से अधिक लोग
संकट गहराने के बीच ये जानना भी जरूरी है कि जर्मनी, अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देशों के नागरिक युद्धग्रस्त इलाकों में फंसे हैं। विदेशी सरकारों का कहना है कि 44 देशों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र निकायों सहित 28 एजेंसियों के पासपोर्ट धारक गाजा पट्टी में रह रहे हैं। इसी बीच 20 लाख से अधिक लोगों की आबादी वाले क्षेत्र गाजा पट्टी से विदेशी लोगों के बाहर निकलने का सिलसिला शुरू हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, पहली बार रफा क्रॉसिंग के माध्यम से युद्धग्रस्त इलाकों में फंसे लोग मिस्र में शरण लेने जा रहे हैं। (एएमएपी)