दुनियाभर में हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। यह खास दिन देशभर में महिलाओं को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। आज लगभग हर क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धियां बढ़ती ही जा रही हैं। उनकी इन्हीं उपलब्धियों को और अधिक सशक्त बनाने और नारी का महत्व सेलिब्रेट के लिए विश्व 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाता है। लेकिन क्‍या आपने कभी ये सोचा है कि घर का एक इंसान जो दिन-रात काम करता है। वो घर की महिलाएं ही है। जो मां, बहन, पत्नी या किसी भी रिश्ते के रूप में हो सकती है। हमारा भी प्रयास होना चाहिए कि जो बिना थके काम करने और अपने परिवार को हेल्दी रखने के लिए दिनरात मेहनत करती है, हमें भी उनका ख्‍याल रखना चाहिए।

वैसे महिलाओं के शरीर में लाइफटाइम कुछ ना कुछ बदलाव होते रहते हैं। पीरियड्स शुरू होने से लेकर प्रेग्नेंसी, ब्रेस्टफीडिंग, मेनोपॉज जैसे कई फेज होते हैं। जिस वक्त पर उन्हें अलग-अलग तरह के न्यूट्रीशन की जरूरत होती है। महिलाओं को अगर स्‍वस्‍थ रखना रखना है तो इन फूड्स को अपनी थाली में जरूर जगह देनी चाहिए। जिनसे वो ना केवल स्वस्थ रहें बल्कि अपने परिवार और घर का भी पूरा ध्यान रख सकें। रिसर्च में भी यह साबित हो चुका है कि पुरुषों की तुलना महिलाओं को ज्यादा पोषक तत्वों की जरूरत होती हैं। आइये जानते हैं ऐसे हेल्‍थी फूड्स के बारे में…

अलसी के बीज

ओमेगा 3 फैटी एसिड और डाइटरी फाइबर से भरपूर अलसी के बीजों में विटामिन, मिनरल्स होते हैं। वहीं अलसी में ऐसे कंपाउंड होते हैं तो हार्मोनल हेल्थ को बैलेंस करने में मदद करते हैं। जिससे महिलाओं के लिए किसी सुपरफूड से कम नही है। साथ ही अलसी कैलोरी की मात्रा को भी कम करती है। अलसी के बीजों का नियमित सेवन करने से पीरियड्स को रेगुलेट करने में मदद मिल सकती है। साथ ही, यह पीरियड्स के दर्द से भी राहत प्रदान कर सकता है। अलसी के बीज खून में ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को भी कम कर सकते हैं, जिससे हार्ट अटैक का जोखिम कम होता है।

अखरोट

अखरोट महिलाओं के लिए एक पावरफुल नट्स है। जिसे खाने से नींद आने में मदद मिलती है। साथ ही अखरोट कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है। कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाता है अखरोट। यहीं नहीं मेनोपॉज के बाद हो रहे ओस्टिपिरोसिस की समस्या में महिलाओं को अखरोट डाइट में लेना चाहिए। जिससे ज्वाइंट्स पेन दूर हो।

पपीता

विटामिन ए और ई से भरपूर पपीता महिलाओं की सुंदरता बढ़ाने में मदद कता है। एंटीऑक्सीडेंट्स कैरोटिन्स और फ्लेवेनॉएड महिलाओं में मैंस्ट्रुअल साइकल को रेगुलेट करते है और कोलन कैंसर जैसी बीमारी से दूर रखता है।

बेरीज

क्रेनबैरी महिलाओं में यूटीआई की समस्या को कम करने में मदद करता है। महिलाओं में सबसे ज्यादा यूटीआई का खतरा रहता है ऐसे में क्रेनबेरी का जूस फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा स्ट्राबेरी, ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी स्किन के लिए अच्छा माना जाता है।

सेब

विटामिन्स, मिनरल्स समेत कई पोषक तत्वों से भरपूर सेब को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। सेब खाने से आप खून की कमी जैसी शिकायत को दूर कर सकते हैं। सेब आपकी हड्डियां मजबूत करेगा और कब्ज से भी छुटकारा दिलाएगा।

बीन्स

बीन्स में बहुत सारे न्यूट्रिएंट्स होते हैं, जिस वजह से इनका सेवन सेहत के लिए लाभदायक होता है। बीन्स के सेवन से आप कई तरह की बीमारियों से बच सकती हैं।

टमाटर

महिलाओं के लिए सुपरफूड में टमाटर भी शामिल है। टमाटर में लाइकोपीन नामक पोषक तत्व होता है, जो ब्रेस्ट कैंसर से बचाने में कारगर साबित होता है। इसके अलावा टमाटर में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होते हैं जो दिल की बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। टमाटर त्वचा को स्वस्थ और एजिंग रोकने में मदद करता है।

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हरी सब्जियां

महिलाओं को खाने में हरी सब्जियां जरूर खानी चाहिए। आप डाइट में पालक, ब्रोकली, पत्ता गोभी, बीन्स जैसी दूसरी सब्जियों को भी शामिल कर सकते हैं। इनमें सभी विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं। बीन्स महिलाओं के हार्मोंस को बैलेंस करने में मदद करती हैं।

दही  और दूध

दही महिलाओं की थाली में जरूर होना चाहिए। ये ना केवल उन्हें कैल्शियम की सप्लाई करता है। बल्कि विटामिन बी12 की कमी को भी दूर करता है। जो महिलाएं वेजिटेरियन है। जिससे उन्हें झुनझुनी और विटामिन बी12 की वजह से होने वाली दिक्कतों को दूर करता है। इसके अलावा दही ब्लड ग्लूकोज लेवल को मेंटेन करती है। साथ ही हर महिलाओं दाल, साबुत अनाज डेली रूटीन में शामिल करना चाहिए। जिससे कि वो स्वस्थ रहे। इसके अलावा महिलाओं को अपनी डाइट में लो फैट मिल्क या फिर संतरे का जूस जरूर शामिल करना चाहिए। दूध और संतरे के जूस में विटामिन डी और कैल्शियम पाया जाता है। जिससे हड्डियां मजबूत बनाती हैं। (एएमएपी)