केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वे संसद की सुरक्षा में चूक मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही ठाकुर ने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे का इस्तेमाल सदन की कार्यवाही बाधित करने के लिए कर रहा है।

विपक्ष सदन की कार्यवाही बाधित करने का बहाना ढूंढ रहा

तीन राज्यों में चुनाव हारने के बाद केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री ने नजफगढ़ के एक स्कूल में ग्रामीण खेल स्पर्धाओं के लिए पुरस्कार वितरण समारोह से इतर यह टिप्पणी की। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, ‘‘तीन राज्यों में चुनाव हारने के बाद विपक्ष सदन की कार्यवाही बाधित करने का बहाना ढूंढ रहा है। वे बाधाएं पैदा कर रहे हैं, यहां तक कि लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों से बात की, उनके सुझाव लिए और (सुरक्षा में) सुधार का आश्वासन भी दिया। यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, वे राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं।” दोनों सदनों की कार्यवाही आज भी बाधित इससे पहले, संसद की सुरक्षा में चूक पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी दलों के हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही आज भी बाधित हुई। दोनों सदनों की बैठक अब 18 दिसंबर को होगी। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ठाकुर ने कहा कि विपक्ष सदन की कार्यवाही बाधित कर जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा से बचने की कोशिश कर रहा है।

‘हार के बाद भी कम नहीं हुआ अहंकार’

उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस और उसके गठबंधन के साथी दलों का हार के बाद भी अंहकार कम नहीं हुआ है। राहुल गांधी बताएं कि आपकी भारत जोड़ो यात्रा में जोड़ने का काम किया गया था या तोड़ने का। जिस व्यक्ति को आप तेलंगाना का सीएम बनाने जा रहे हैं, उन्होंने तो कहा था कि तेलंगाना का डीएनए बिहार के डीएनए से बेहतर है। कभी आप जातिवाद फैलाते हैं तो कभी क्षेत्रवाद।

अनुराग ठाकुर ने सवाल करते हुए कहा, “जिस तरह के बयान गठबंधन के लोग दे रहे हैं उस पर राहुल गांधी ने चुप्पी क्यों साध रखी है। कन्हैयालाल का सिर काट लिया गया उस पर भी राहुल गांधी ने चुप्पी साधी हुई थी।

मणिपुर हिंसा: पूजा-प्रार्थना स्थलों को बचाने के क्या प्रयास हुए? अदालत को जवाब देगी राज्य सरकार

क्या कहा था सेंथिल कुमार ने?

संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में जम्मू-कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक 2023 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक 2023 पर बहस चल रही थी। इसी बहस में हिस्सा लेते हुए डीएमके सांसद सेंथिल कुमार ने कहा, “केंद्र शासित प्रदेश हमेशा राज्य बनाना चाहते हैं, लेकिन ये पहला मामला है जहां पर एक राज्य केंद्र शासित प्रदेश बन गया। बीजेपी ने हाल ही में कई राज्यों में चुनाव जीते। जब उन्हें लगता है कि वो किसी राज्य में चुनाव नहीं जीत सकते तो वो केंद्र शासित प्रदेश बना देती है।

उन्होंने आगे कहा, “इसलिए इस देश के लोगों को सोचना चाहिए कि बीजेपी की ताकत मुख्य रूप से हिंदी राज्यों में और इन्हें हम आप तौर पर गोमूत्र राज्य कहते हैं, वहां चुनाव जीतना है। आप (बीजेपी) दक्षिण भारत में नहीं आ सकते। केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में नतीजे देखें। हम वहां बहुत मजबूत हैं। (एएमएपी)