सीता सोरेन झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन के पुत्र दिवंगत दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं। वह झामुमो के टिकट पर तीन बार से विधायक निर्वाचित होती आ रही हैं। उन्होंने भाजपा में शामिल होने से कुछ घंटे पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) छोड़ दिया और दावा किया कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी में उन्हें उपेक्षित और अलग-थलग किया जा रहा था। सीता सोरेन यहां भाजपा मुख्यालय में राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और झारखंड चुनाव प्रभारी लक्ष्मीकांत बाजपेयी की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुईं।
शिबू सोरेन को त्यागपत्र लिखकर बताई अपनी व्यथा
सीता सोरेन झामुमो के केंद्रीय महासचिव का पद संभाल रही थीं। उन्होंने शिबू सोरेन को पत्र लिखकर कहा कि वह बहुत दुखी मन से अपना इस्तीफा दे रही हैं। सीता सोरेन का भाजपा ज्वाइन करने का फैसला झामुमो के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। सीता ने झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन को लिखे त्यागपत्र में अपनी व्यथा बयां की है। उन्होंने लिखा- मेरे स्वर्गीय पति दुर्गा सोरेन झारखंड आंदोलन के अग्रणी योद्धा और महान क्रांतिकारी थे। उनके निधन के बाद से ही मैं और मेरा परिवार लगातार उपेक्षा का शिकार रहे हैं।
कौन हैं सीता सोरेन
साल 2009 में शिबू सोरेन के बड़े बेटे व झामुमो के तत्कालीन महासचिव दुर्गा सोरेन की बोकारो में संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई थी। वह उस वक्त महज 39 साल के थे। मौत की वजह किडनी फेल होना बताया गया। बड़े भाई के निधन के बाद ही हेमंत सोरेन का पार्टी में कद बढ़ा। हालांकि, बावजूद इसके हेमंत की कैबिनेट में कभी उन्हें शामिल नहीं किया गया। कहा जाता है, इसे लेकर कहीं न कहीं वह गुस्से में हैं। सीता सोरेन अक्सर राज्य में अवैध खनन और परिवहन के मुद्दे को लेकर मुखर रही हैं।
ओडिशा के मयूरभंज में पैदा हुईं सीता सोरेन 12वीं तक की पढ़ाई की हैं। उनके पिता का नाम बोदु नरायन मांझी और मां का नाम मालती मुर्मू हैं। उनकी तीन बेटियां हैं। सीता सोरेन पढ़ने की भी शौकीन हैं और साहित्य के क्षेत्र में मुंशी प्रेमचंद्र को अपना आदर्श मानती हैं। साल 2021 के अक्टूबर में उनकी दो बेटियों राजश्री सोरेन और जयश्री सोरेन ने अपने पिता के नाम पर एक पार्टी का गठन किया था। इसका नाम दुर्गा सोरेन सेना रखा गया। दोनों बेटियों ने कहा था कि इसका मकसद राज्य में भ्रष्टाचार, विस्थापन, जमीन की लूट समेत अन्य मसलों पर संघर्ष करना है। उनकी बेटी राजश्री ने बिजनेस मैनेजमेंट और जयश्री ने कानून की पढ़ाई की है। (एएमएपी)