इस्तीफे में शफीउल्ला ने क्या कहा?
शफीउल्ला ने जद (एस) कर्नाटक अध्यक्ष को लिखे अपने इस्तीफे में कहा, “मैं यह बताना चाहूंगा कि मैंने समाज और समुदाय की सेवा करने के लिए कड़ी मेहनत की है और पार्टी की सेवा की है, क्योंकि हमारी पार्टी धर्मनिरपेक्ष साख पर विश्वास करती है और उस पर कायम है। पर अब जब हमारे नेता कुमार स्वामी ने बीजेपी के साथ हाथ मिलाया है तो मैंने खुद को पार्टी से बाहर रहने का विकल्प चुना है।” वहीं दूसरी ओर कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि शफीउल्ला के अलावा जनता दल (सेक्युलर) के अध्यक्ष शिवमोग्गा, एम श्रीकांत और यूटी आयशा फरजाना समेत कई अन्य नेताओं ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
दो दिन पहले ही जेडीएस ने किया गठबंधन का ऐलान
2019 के चुनाव में कांग्रेस के साथ किया गठबंधन
जेडी (एस) ने 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था। हालांकि, इस चुनाव में दोनों को हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा ने तब कर्नाटक की 28 में से 25 सीटें जीती थीं। इसके अलावा भाजपा समर्थित एक निर्दलीय उम्मीदवार ने मांड्या निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी। (एएमएपी)