पाकिस्तान में दो अज्ञात बंदूकधारियों ने घटना को दिया अंजाम।
परमजीत सिंह पंजवड़ को जानें
भारतीय सुरक्षा बलों ने काफी पहले ही लाभ सिंह को मार गिराया था। इसके बाद, 1990 के दशक में पंजवड़ ने केसीएफ की कमान संभाली और पाकिस्तान भाग गया। पाकिस्तान ने उसे शरण भी दे दी। इस तरह, पड़ोसी देश से शरण पाने वाले मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में वह टॉप पर आ गया। पंजवड़ ने सीमा पार हथियारों और हेरोइन की तस्करी करके काफी धन जुटाया। इससे वह केसीएफ को सक्रिय रखने में कामयाब रहा। पाकिस्तान सरकार की ओर से इनकार के बावजूद पंजवड़ की उनकी पत्नी और बच्चे लाहौर से जर्मनी चले गए।
क्या है KCF का मकसद?
खालिस्तान कमांडो फोर्स (KCF) का मकसद सभी अलगाववादी खालिस्तानी उग्रवादी गुटों को एकसाथ लाना है। केसीएफ उन्हें एकजुट करके ‘सिख होमलैंड’ बनाना चाहता है। बताते हैं कि इसक संगठन में तीन लेवल का सिस्टम काम करता है। इसमें पंथिक समिति के सदस्य पहले और दूसरे लेवल का नेतृत्व करते हैं। तीसरे लेवल में मुख्य रूप से ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISSF) के कैडर शामिल हैं। मालूम हो कि KCF की मौजूदी कनाडा, ब्रिटेन और पाकिस्तान में हैं। (एएमएपी)