उत्तर कोरिया ने 1970-80 के दशक में प्रजनन पर लगी थी रोक

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने देश को मजबूत करने के लिए महिलाएं से ज्यादा बच्चे पैदा करने का आह्वान किया है। इसका कारण देश में जन्मदर में गिरावट रोकना है। किम जोंग सरकार महिलाओं से अधिक से अधिक बच्चे पैदा करने का आह्वान कर रही है। किम ने रविवार को माताओं की राष्ट्रीय बैठक के दौरान यह अपील की।

जन्मदर में पिछले 10 वर्षों से लगातार गिरावट

किम ने कहा, जन्मदर में गिरावट रोकना और बच्चों का लालन पालन, उन्हें शिक्षा प्रदान करना हमारे पारिवारिक मामले हैं। अपनी माताओं के साथ मिलकर हमें इनका समाधान करना चाहिए। दक्षिण कोरियाई सरकार का आकलन है कि उत्तर कोरिया की जन्मदर में पिछले 10 वर्षों से लगातार गिरावट हुई है। चौतरफा पाबंदियों से घिरी अर्थव्यवस्था को बनाए रखने के लिए संगठित श्रम पर निर्भर देश के लिए यह स्थिति चिंताजनक है। सीमित आंकड़ों के चलते उत्तर कोरिया की जनसंख्या के रुझान के बारे में जानकारी मिलना कठिन है।

कई परिवारों को बच्‍चों के भरण पोषण की चिंता

एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तर कोरिया के कई परिवार एक से ज्यादा बच्चे पैदा करने में यकीन नहीं करते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हें लगता है कि बच्चों के भरण पोषण, स्कूल इत्यादि में खर्चा होगा। कई उत्तर कोरियाई दलबदलुओं का इंटरव्यू लेने वाले अहं क्यूंग-सु ने कहा कि पिछले 20 सालों में बड़ी मात्रा में दक्षिण कोरियाई टीवी नाटकों और फिल्मों ने संभवतः उत्तर कोरिया में महिलाओं को अधिक बच्चे पैदा न करने के लिए प्रेरित किया। उत्तर कोरिया ने 1970-80 के दशक में जनसंख्या वृद्धि को धीमा करने के लिए बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम लागू किया था। सियोल स्थित हुंडई रिसर्च इंस्टीट्यूट ने अगस्त में एक रिपोर्ट में कहा था कि 1990 के दशक के मध्य में अकाल में बड़ी संख्या में लोगों की मौत के बाद देश की प्रजनन दर में बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी।(एएमएपी)