परमाणु परीक्षण को लेकर आई अमेरिका की खुफिया रिपोर्ट के एक दिन बाद ही उत्तर कोरिया ने फिर से मिसाइलों का परीक्षण शुरू कर दिया है.  किम जोंग उन के देश ने कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी. इस परीक्षण की टाइमिंग इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि अमेरिका और दक्षिण कोरिया जल्द ही एक साथ मिलिट्री ड्रिल करने वाले हैं. ऐसे में यह एक धमकी भी मानी जा रही है.

सियोल की सेना ने इसे लेकर कहा, “दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रमुख संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू होने से कुछ दिन पहले प्योंगयांग के नवीनतम बल प्रदर्शन. प्योंगयांग के केसीएनए समाचार आउटलेट ने घंटों बाद कहा कि नेता किम जोंग उन एक तोपखाने इकाई के जरिये वास्तविक युद्ध का जवाब देने के लिए तैयार एक शक्तिशाली वॉली देखने के लिए पहुंचे थे.”

दोनों देशों के बीच लंबे समय से है तनाव

रिपोर्ट में यह साफ नहीं किया गया कि दुश्मन के हवाई अड्डे के विनाश का अनुकरण करते हुए किम ने “फायर असॉल्ट ड्रिल” में कौन से हथियार देखे. बता दें कि साउथ कोरिया और नॉर्थ कोरिया के बीच संबंध ठीक नहीं हैं. पिछले 2 साल में यह संबंध सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. दक्षिण कोरिया जहां लगातार अमेरिका को अपने साथ लेकर चल रहा है तो वहीं, उत्तरी कोरिया को यह पसंद नहीं आ रहा और वह लगातार मिसाइल दागकर दोनों देशों को अपनी शक्ति का प्रदर्शन करा रहा है.

पिछले साल परमाणु शक्ति वाला देश किया था घोषित

पिछले साल ही किम जोंग उन ने उत्तर कोरिया को एक अपरिवर्तनीय परमाणु शक्ति घोषित किया था और सामरिक परमाणु हथियारों सहित हथियारों के उत्पादन में तेजी से वृद्धि करने की कसम खाई थी. किम जोंग उन का कहना था कि अमेरिका अपने मित्र दक्षिण कोरिया की रक्षा के लिए इस क्षेत्र में और अधिक फोकस बढ़ा रहा है.

दक्षिण कोरिया का दावा, हर गतिविधि पर रख रहे नजर

वहीं, उत्तरी कोरिया के मिसाइल टेस्ट पर सियोल के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा कि “उसने उत्तर के पश्चिमी बंदरगाह शहर नाम्पो से शाम 6:20 बजे एक छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के प्रक्षेपण का पता लगाया.” चीफ ऑफ स्टाफ ने आगे कहा कि “वह इस संभावना का विश्लेषण कर रहा है कि उत्तर कोरिया ने एक ही क्षेत्र से एक साथ कई कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं.”(एएमएपी)