मोदी सरनेम पर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। अब इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व प्रमुख ललित मोदी ने ‘मोदी सरनेम’ टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ ब्रिटेन की कोर्ट में मामला दर्ज कराने की धमकी दी है। ललित मोदी (59) ने उन्हें भगोड़ा कहने के लिए कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधा है। उनका कहना है कि उन्हें अभी तक किसी भी मामले में दोषी करार नहीं दिया गया है।ललित मोदी का यह बयान ऐसे समय पर सामने आया है जब मोदी सरनेम वाले बयान को लेकर राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट कर खुद को दुनिया में खेल के सबसे बड़े इवेंट का आयोजक बताया, जिससे तकरीबन 100 अरब डॉलर की कमाई हुई।

ललित मोदी ने ट्वीट कर कहा कि ‘मैं देखता हूं हर ऐरा-गेरा और राहुल गांधी से जुड़ा हुआ शख्स बार-बार मुझे भगोड़ा कहता है। क्यों? कैसे? और कब मुझे इस मामले में दोषी ठहराया गया। मैं पप्पू उर्फ राहुल गांधी की तरह नहीं हूं, मैं एक सामान्य नागरिक हूं और ये कह रहा हूं कि ऐसा लगता है विपक्षी नेताओं के पास करने के लिए कुछ नहीं है। उनके पास या तो गलत जानकारी है या फिर वे बदले की भावना से बोलते हैं।’

ललित मोदी ने कहा, मैंने राहुल गांधी के खिलाफ तुरंत यूके की अदालत में मुकदमा दर्ज करने का फैसला किया है। मुझे यकीन है कि उन्हें कुछ ठोस सबूतों के साथ आना होगा। मैं उन्हें खुद को पूरी तरह से बेवकूफ बनते देखने के लिए उत्सुक हूं। उन्होंने ट्वीट में कांग्रेस के कई नेताओं को टैग करते हुए दावा किया कि इन नेताओं के पास विदेशों में संपत्ति है और वह इसका पता और फोटो भेज सकते हैं। ललित मोदी ने कांग्रेस नेता आरके धवन, सीताराम केसरी, मोतीलाल वोहरा और नारायण दत्त तिवारी का नाम लेते हुए कहा कि ‘कमलनाथ से पूछिए, आप सभी की विदेशों में संपत्तियां कैसे है। मैं पते और तस्वीरें भेज सकता हूं। भारत के लोगों को मूर्ख मत बनाओ कि असल लुटेरा कौन है।’

ललित मोदी ने कहा कि गांधी परिवार ये सब करता है, मानो उसे हमारे देश पर शासन करने का अधिकार हो। उन्होंने कहा कि वह भारत लौटने को तैयार हैं, लेकिन तब तक नहीं जब तक कि कठोर कानून नहीं बन जाए। ललित मोदी ने कहा कि अभी तक यह साबित नहीं हुआ है कि मैंने 15 सालों में कभी एक पैसे की भी हेराफेरी की हो। यह जरूर साबित हुआ है कि मैंने दुनिया का सबसे बड़ा खेल इवेंट किया, जिससे करीब 100 अरब डॉलर की कमाई हुई।

क्या था राहुल गांधी का बयान?

बता दें कि राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने मोदी सरनेम केस के मानहानि के चार साल पुराने मामले में दो साल की सजा सुनाई थी। अदालत के इस फैसले के बाद लोकसभा सचिवालय ने उनकी संसद सदस्यता भी रद्द कर दी गई थी। जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के तहत स्पीकर ने यह कार्रवाई की थी।

साल 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान कर्नाटक के कोलार में राहुल गांधी भाषण दे रहे थे। इस भाषण में राहुल ने कथित तौर पर ये कहा था, ‘इन सभी चोरों का उपनाम (सरनेम) मोदी क्यों है?’

राहुल गांधी के इस बयान के खिलाफ भाजपा नेता पूर्णेश मोदी ने मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। पूर्णेश मोदी सूरत पश्चिमी से बीजेपी विधायक हैं और पेशे से वकील हैं। पूर्णेश मोदी का आरोप था कि राहुल गांधी की इस टिप्पणी से पूरे मोदी समुदाय की मानहानि की है। इस मामले की सुनवाई सूरत की अदालत में हुई और राहुल को दो साल की सजा सुनाई गई।

भारत में भगोड़ा करार ललित मोदी

ललित मोदी को फिलहाल भारत में भगोड़ा करार दिया जा चुका है। खेल जगत को आईपीएल देने वाले ललित मोदी को लीग की शुरुआत के दो साल बाद ही 2010 में देश छोड़कर भागना पड़ा था। उनके ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे थे। वह अभी ब्रिटेन की राजधानी लंदन में स्लोएन स्ट्रीट पर एक लग्जरी मैंशन में रहते हैं, जो पांच मंजिला है और 7000 स्क्वेयर फीट में बना है।

ललित मोदी के हैं कई कारोबार

ललित मोदी की पर्सनल वेबसाइट और उनके ट्विटर हैंडल व फेसबुक पेज पर मौजूद जानकारी के अनुसार वह अभी मोदी एंटरप्राइजेज के प्रेसिडेंट हैं। मोदी एंटरप्राइजेज के फेमस ब्रांडों में रॉकफोर्ड व्हिस्की, मार्लबोरो सिगरेट, पान विलास पान मसाला, बीकन ट्रैवल कंपनी, 24 सेवेन रिटेल स्टोर्स, मोदी केयर, इंडोफिल इंडस्ट्रीज लिमिटेड आदि शामिल हैं। कंपनी दिल्ली में ईगो थाई, ईगो इटैलियन, ईगो 33 जैसे रेस्टोरेंट भी चलाती है। ललित मोदी की कंपनी मोदी एंटरप्राइजेज भारत के अलावा अरब देशों, अफ्रीका और यूरोप में भी कारोबार करती है।

ललित मोदी ने कैसी बनाई 100 अरब डॉलर की लीग?

ललित मोदी का जन्म 29 नवंबर 1963 को हुआ था। उनके पिता कृष्ण कुमार मोदी चार हजार करोड़ की ब्रांड वैल्यू वाले मोदी ग्रुप के चेयरमैन थे। अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाले ललित मोदी का खेल से कोई नाता नहीं था। 90 के दशक में क्रिकेट में उनकी एंट्री हुई। 1999 में ललित मोदी हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में शामिल हो गए। कहा जाता है कि 1996 में उन्होंने बीसीसीआई को सीमित ओवर की क्रिकेट लीग शुरू करने का ऑफर दिया था, जिसे बोर्ड ने ठुकरा दिया था।

2004 में ललित मोदी राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष बन गए। 2005 में बीसीसीआई के चुनाव हुए। तब शरद पवार और जगमोहन डालमिया में टकराव हो गया। मोदी शरद पवार के करीबी थे और उन्हें इसका फायदा मिला। ललित मोदी बीसीसीआई के उपाध्यक्ष बन गए। दो साल बाद ही टी-20 वर्ल्ड कप में भारत जीत गया। उसी साल जब आईपीएल को लेकर अनाउंसमेंट की गई, उससे पहले बीसीसीआई में ललित मोदी विरोधी गुट के कई ऐसे सदस्य थे जो चाहते थे कि ये प्रोजेक्ट फेल हो जाए।

ललित मोदी ने क्रिकेट में एक नई लीग यानी आईपीएल को शुरू कर नई क्रांति ला दी। 2008 में आईपीएल का पहला सीजन शुरू हुआ, जिसमें राजस्थान रॉयल्स चैम्पियन रही थी। यहां भी ललित मोदी को आईपीएल का अध्यक्ष बनाया गया। उनका पूरा वर्चस्व जारी थी। मगर दो सीजन के बाद ही यानी 2010 में उन पर संकट के बादल छाने लगे।

उस वक्त दो नई टीमों की एंट्री आईपीएल में हुई थी। कोच्चि और पुणे की टीम को आईपीएल में लाया गया, इसमें कोच्चि की टीम जिस तरह से खरीदी गई और टेंडर में गड़बड़ियां पाई गईं उसको लेकर काफी विवाद हुआ था। आईपीएल 2010 के बाद ललित मोदी पर उनके पद का फायदा उठाने, ऑक्शन में गड़बड़ी, आईपीएल से जुड़े टेंडर में गड़बड़ियों के आरोप लगे थे। बीसीसीआई ने अंदरूनी जांच के बाद ललित मोदी को बोर्ड से सस्पेंड कर दिया था, उन्हें बीसीसीआई से बैन भी कर दिया गया था। जब आईपीएल में गड़बड़ियों की बात सामने आई थी, उसके बाद ईडी ने जांच शुरू की थी। लेकिन इस बीच ललित मोदी भारत छोड़कर लंदन चले गए थे। ऐसे में अब ललित मोदी दावा कर रहे हैं कि 15 साल पहले उन्होंने जो आईपीएल शुरू किया था, आज उसकी ब्रांड वैल्यू 100 अरब डॉलर से ज्यादा है।(एएमएपी)