ऐसे बढ़ रही महंगाई
पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा खत्म हो चुका है। ऐसे में यहां की सरकार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से कर्ज चाहिए। इसके लिए जो शर्तें हैं, वो काफी कठिन हैं। इन शर्तों को पूरा करने के चक्कर में ही महंगाई दर बढ़ रही है। मार्च महीने में सीपीआई मुद्रास्फीति 50 साल के उच्च स्तर 35.37 प्रतिशत पर पहुंच गई है। जानकारों का कहना है कि अभी इसमें और बढ़ोतरी होगी। केंद्रीय बैंक ने बढ़ती मुद्रास्फीति का मुकाबला करने के लिए बेंचमार्क ब्याज दर को 300 बीपीएस को 20 फीसदी तक बढ़ा दिया है।
परिवहन 54 फीसदी, खाद्य मुद्रास्फीति में 47 फीसदी से ज्यादा बढ़ गई
आंकड़ों से पता चलता है कि मार्च में परिवहन की कीमतें 54.94 फीसदी चढ़ गईं, जबकि खाद्य मुद्रास्फीति मार्च में 47.15 फीसदी बढ़ गईं हैं। कपड़ों और जूतों की कीमतों में 21.93 फीसदी और आवास, पानी, बिजली की कीमतों में 17.49 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
राशन का भीख लेने के लिए मची भगदड़, 12 की मौत
पाकिस्तान में भीख के तौर पर मुफ्त राशन बांटने के दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 12 लोगों की मौत हो गई। हादसा कराची के साइट इलाके में नौरस चौराहे के पास एक कारखाने से जुड़ा है। शुक्रवार की शाम को यहां मुफ्त राशन बांटा जा रहा था, जिसके कारण लोगों की भीड़ जुट गई थी। हर रमजान के दौरान यहां लोग राशन बांटते हैं। पुलिस ने कहा है कि मरने वालों में तीन बच्चे और आठ महिलाएं भी शामिल हैं। सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच लाख और घायलों को एक लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है।
अभी और बिगड़ेगी हालत
पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक देश में पिछले कई महीनों से सामानों के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिली है। वार्षिक मुद्रास्फीति पिछले साल जून से 20 फीसदी ज्यादा है। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी अपने मासिक आर्थिक अपडेट और आउटलुक कहा है कि महंगाई आने वाले दिनों में और भी बढ़ सकती है। इसके पीछे का कारण ऊर्जा और ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी और केंद्रीय बैंक की नीतियों को बताया गया है।
नींबू 800 रुपया, लहसुन 640 रुपया किलो
पाकिस्तानी टीवी न्यूज चैनल दुनिया के मुताबिक रमजान के दौरान नींबू का दाम पाकिस्तानी रुपए में 800 रुपए प्रति किग्रा पहुंच गया है। फुटकर भाव 200 रुपए प्रति ढाई सौ ग्राम है। लहसुन की बात करें तो वह 640 रुपए प्रति किग्रा बिक रहा है। टमाटर और करेला का फुटकर रेट 120 रुपए प्रति किग्रा है, जबकि तोरई का दाम 140 रुपए प्रति किग्रा है। रमजान से पहले 350 रुपए में बिकने वाले कचनार का दाम 600 रुपए पहुंच गया है। रमजान के महीने में मुस्लिम इफ्तार के दौरान फलों को खाते हैं। लेकिन फलों की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है। रमजान से पहले 70 रुपए प्रति किग्रा बिकने वाला खरबूजा अब 250 रुपए के पार बिक रहा है।
फलों के दाम बढ़े
रमजान से पहले पाकिस्तान में केले का दाम 100 रुपए दर्जन था। लेकिन कई रिपोर्ट्स कहती हैं कि कुछ इलाकों में यह 250-500 रुपए तक बिक रहे हैं। 50 रुपए में 250 ग्राम बिकने वाली स्ट्रॉबेरी अब 150 रुपए में मिल रही है। पाकिस्तान में लगातार खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ रहे हैं। पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कई लोगों ने महंगे फल खरीदने का बहिष्कार किया। पाकिस्तान में अगर आटे की बात कहें तो वो अपने सर्वोच्च दाम पर है।
पानी का भी संकट
खाने के संकट के साथ ही पाकिस्तान में अब पानी का भी संकट देखने को मिल रहा है। पाकिस्तान के लिए पानी की कमी एक बड़ी चिंता है, क्योंकि कुछ समय पहले ही पाकिस्तान ने एक बड़ी बाढ़ देखी थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक इंडस रिवर सिस्टम अथॉरिटी ने कहा कि पानी की कमी है, जिसके कारण वह राज्यों को पानी देने के लिए ‘विवादास्पद’ त्रि-स्तरीय जल प्रबंधन तंत्र का पालन करने के लिए मजबूर होगा। IRSA की टेक्निकल कमेटी ने 24 मार्च को एक बैठक की थी।(एएमएपी)