उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपित माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की शनिवार रात कॉल्विन अस्पताल परिसर के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई। मेडिकल जांच के लिए पुलिस दोनों भाइयों को लेकर रात करीब दस बजे कॉल्विन अस्पताल पहुंची थी जहां गेट पर मीडियाकर्मी बने तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर अतीक और अशरफ को मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद तीनों हमलावरों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। इस हमले में एक पुलिसकर्मी भी जख्मी हुआ है। इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद पुराने शहर में अफरातफरी के हालात बन गए। चकिया में तोड़फोड़ और गाड़ियों पर पथराव शुरू हो गया। देर रात पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया। हत्या के बाद पुलिस द्वारा सुरक्षा कड़ी की गई है। प्रदेश के सभी ज़िलों में सीआरपीसी की धारा-144 लागू की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को फील्ड में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

अतीक की हत्या पर मयावती ने उठाए सवाल, बोलीं- SC खुद ले संज्ञान
मयावती ने लिखा, ”गुजरात जेल से अतीक अहमद और बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकांड की तरह ही है। यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था और उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।” वह आगे लिखती हैं, ”देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर व अति-चिंतनीय घटना का माननीय सुप्रीम कोर्ट अगर स्वंय ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर। वैसे भी उत्तर प्रदेश में कानून द्वारा कानून के राज के बजाय, अब इसका एनकाउंटर प्रदेश बन जाना कितना उचित? सोचने की बात है।”

विपक्ष ने सवाल उठाए, मंत्री ने कहा- यह आसमानी फैसला
माफिया अतीक और उनके भाई अशरफ की हत्या पर राजनीतिक दलों की मिली-जुली प्रतिक्रिया आयी और राज्य के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया। वहीं राज्य सरकार के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने इसे आसमानी फैसला बताया। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पत्रकारों से कहा ” देखिए, जब जुल्म की इंतिहा होती है या जब अपराध की पराकाष्ठा होती है तो कुछ फैसले आसमान से होते हैं। ….और मैं समझता हूं कि यह कुदरत का फैसला है और इसमें कुछ कहने की आवश्यकता ही नहीं है। बाकी तो जब पूरी परिस्थिति सामने आएगी, तब हम कहेंगे।” उन्होंने कहा ” जब जुल्म बढ़ता है तो कुदरत सक्रिय हो जाती है । वह अपने तरह से फैसला देती है और मैं समझता हूं कि सभी को इस आसमानी फैसले को स्वीकार कर लेना चाहिए।”
योगी आदित्यनाथ की हाईलेवल मीटिंग, यूपी में 144 लागू
प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद पुलिस द्वारा सुरक्षा कड़ी की गई है। प्रदेश के सभी ज़िलों में सीआरपीसी की धारा-144 लागू की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक कर अधिकारियों को फील्ड में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी ना आए इसका ध्यान रखने को भी कहा गया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी ने जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

17 पुलिसकर्मी निलंबित, मुख्यमंत्री ने दिये न्यायिक जांच के आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अतीक और अशरफ की सुरक्षा में तैनात 17 पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद को प्रयागराज भेज दिया गया है। पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। प्रयागराज संवाददाता से मिली जानकारी के अनुसार पूरे जिले में धारा 144 लागू करके जिले की सीमायें सील कर दी गई हैं।
इधर, राज्य मुख्यालय लखनऊ से पुलिस महानिदेशक आरके विश्वकर्मा और स्पेशल पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था एवं अपराध प्रशांत कुमार को पूरे घटनाक्रम की गहनता से मॉनीटरिंग करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया है। मुख्यमंत्री योगी ने यह भी निर्देश दिया है कि तत्काल तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया जाये, जो पूरे मामले की जांच करेगा।(एएमएपी)



