महाभारत सीरियल में शकुनी मामा का किरदार निभाने वाले अभिनेता गूफी पेंटल अस्पताल में भर्ती थे। कहा जा रहा था कि उनकी हालत बेहद गंभीर थी। जानी -मानी अभिनेत्री टीना घई ने इस बात की पुष्टि भी की थी, लेकिन अब पूरे सिनेमा जगत में शोक का माहौल पसर गया है क्योंकि अभिनेता गूफी पेंटल हमारे बीच नहीं रहे। आज ही अभिनेता का निधन हो गया और इसी के साथ एक और दिग्गज कलाकार ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। उनकी अंतिम यात्रा में शो से जुड़े कई स्टार्स शामिल हुए। एक्टर्स और गूफी पेंटल के परिजनों ने उन्हें अंतिम विदाई दे दी है।

अंतिम यात्रा में शामिल हुए शो से जुड़े कई स्टार्स

गुफी पेंटल को महाभारत शो में अर्जुन का किरदार निभाने वाले एक्टर फिरोज खान दे कंधा दिया। महाभारत में द्रोणाचार्य का किरदार निभाने वाले सुरेंद्र पाल भी यहां पहुंचे थे। शो में कर्ण का किरदार निभाने वाले पंकज दी भी ‘शकुनि मामा’ को अंतिम विदाई देने आए साथ ही दुर्योधन की भूमिका निभाने वाले पुनितनित इस्सर भी आए। उन्हें गूफी पेंटल के बेटे को संभालते देखा गया है।

‘महाभारत’ को दर्शको से मिला खूब प्यार

बीआर चोपड़ा के मशहूर ऐतिहासिक शो ‘महाभारत’ को दर्शकों का खूब प्यार मिला था। इस शो के हर किरदार ने फैंस के दिल में अपनी बेहद अहम जगह बनाई थी। इन कलाकारों में गूफी पेंटल का नाम भी शामिल है। गूफी पेंटल ने शो में शकुनि मामा का किरदार निभाया था। आज भी जब भी शकुनि मामा के अभिनय की बात की जाती है, उसमें  गूफी पेंटल का नाम जरूर लिया जाता है, लेकिन अफसोस के साथ यह कहना पड़ रहा है कि अब अभिनेता हमारे बीच नहीं रहे।

पिछले काफी टाइम से उनकी सेहत खराब चल रही थी। अब इसी बीच गूफी पेंटल के भतीजे हितेन ने एक मीडिया संस्थान को जानकारी देते हुए बताया कि उम्र संबंधी कई बीमारियों जूझ रहे गूफी पेंटल का हृदय गति रुक जाने से हुआ निधन हुआ है। अब यह खबर सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही है और फैंस समेत सिनेमा जगत के कई सितारे अभिनेता को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

गूफी का जन्म पंजाब की सिख फैमिली में 4 अक्टूबर 1944 को हुआ था। बाद में उनका परिवार दिल्ली में रहने आ गया था। उनके भाई कंवरजीत पेंटल भी अच्छे खासे एक्टर थे। फिल्में हों या टीवी सीरियल पेंटल का नाम दोनों ही पर्दे पर काफी अच्छा था। इसी का फायदा गूफी को भी मिला। बस उन्होंने भाई के नक्शे कदम पर चलते हुए मुंबई में एक्टिंग का रुख कर लिया।

मुकेश खन्ना ने बताया गूफी पेंटल से क्या थी लास्ट बातचीत

मुकेश खन्ना ने गूफी पेंटल के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि वह एक हफ्ते से उनके बेटे के साथ संपर्क में थे। वह अस्पताल में थे, लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ रही थी। वह सेमी कोमा में थे, लेकिन कल उन्हें हल्का सा होश आया था, जिसे देखकर डॉक्टर ने कहा कि ये चमत्कार है, लेकिन उनकी कंडीशन खराब है, क्योंकि उनकी किडनी खराब हो गई है। एक्टर ने गूफी पेंटल संग अपनी लास्ट बातचीत के बारे में बताते हुए कहा कि जब उन्होंने उनसे उनकी हेल्थ को पूछा तो गूफी ने बताया कि वह ठीक नहीं हैं। मुकेश खन्ना ने ये भी बताया कि महाभारत के एक ऐसे एक्टर थे, जिनसे शो की पूरी टीम अटैच थी। आपको बता दें कि महाभारत के बाद गूफी पेंटल ने मुकेश खन्ना के साथ शक्तिमान में काम किया था।

गूफी पेंटल ने हमेशा मेरे काम की सराहना की-नितीश भारद्वाज

महभारत में भगवान कृष्ण का किरदार निभाने वाले गूफी पेंटल ने कहा, “गूफी वह पहले शख्स थे, जिन्होंने मेरे लिए बातचीत की, क्योंकि वह बीआर चोपड़ा के लिए काम करते थे। वहीं से हमारी दोस्ती की शुरुआत हुई थी। वहां से गूफी जी गूफीनो बन गए थे। ऑनस्क्रीन तो शकुनि-कृष्ण जी से नफरत करते थे, लेकिन गूफी जी ने हमेशा मेरे काम की सराहना की और बतौर मेरे काम के प्रति हमेशा अपना आदर दिखाया है। मैंने आज मेरे बेहद ही करीब दोस्त और कलिग को खोया है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।

वह मेरे पिता की तरह थे-फिरोज खान

बीआर चोपड़ा की महाभारत में अर्जुन का किरदार निभाने वाले फिरोज खान ने कहा, “गूफी महाभारत का एक बेहद ही अहम हिस्सा थे। वह महाभारत के सभी ऑडिशन लेते थे और उन्हें जाकर चोपड़ा साहब को दिखाते थे। मेरी उनके साथ काफी अच्छी बॉन्डिंग थी। वह मेरे लिए एक दोस्त और गाइड थे। हम शोज के लिए साथ जाया करते थे। वह हमेशा अपने समय के पक्के रहे हैं। वह मेरे पिता की तरह थे। मैंने आज एक बेहद ही करीब दोस्त को खो दिया”।

महाभारत’ के एक अध्याय का आज अंत हो गया : सुरेंद्र पाल

‘महाभारत’ में द्रोणाचार्य की भूमिका निभाने वाले अभिनेता सुरेंद्र पाल दुखी मन से कहते हैं, ‘महाभारत’ के एक अध्याय का आज अंत हो गया।’ उन्होंने का कि -‘धारावाहिक ‘महाभारत’ में सभी कलाकारों को लाने वाले तो गुफी पेंटल ही थे। वह बहुत ही साधारण और मिलनसार व्यक्ति थे। जैसा किरदार उनका महाभारत में था, असल जिंदगी में उसके एकदम ही विपरीत थे। वह बहुत ही प्यारे इंसान थे, मेरे साथ तो उनका बहुत ही ज्यादा लगाव था। हर जगह हम साथ में ही आते जाते थे। कभी पारिवारिक समस्या होती थी तो मुझसे शेयर करते थे। वह एक महान कलाकार तो थे ही, इससे बड़े वो अच्छे इंसान थे। सभी के साथ प्रेम से रहते थे।’

फिल्मों में किया काम लेकिन टीवी से मिली पहचान

गूफी पेंटल ने अपने करियर की शुरुआत 1975 में आई फिल्म ‘रफ्फू चक्कर’ से की थी। इसके बाद ‘दिल्लगी’, ‘देस परदेस’, ‘मैदान-ए-जंग’, ‘दावा’, ‘द रिवेंज: गीता मेरा नाम’ जैसी कई फिल्मों में नजर आए। उन्होंने लगभग 10 फिल्मों और 16 टीवी सीरियल्स में काम किया, लेकिन उन्हें पहचान महाभारत के शकुनी मामा के रूप में ही मिली। इस आइकॉनिक किरदार को गूफी ने इतने बेहतरीन तरीके से निभाया था कि आज भी लोग उन्हें उनके रोल के लिए जानते हैं।

गूफी के करियर की बात करें तो एक्टर 1980 के दशक में हिंदी फिल्मों के अलावा कुछ टीवी धारावाहिकों में नजर आए थे। बता दें कि एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने से पहले वो इंजीनियर थे। गूफी को पहचान बीआर चोपड़ा के सीरियल महाभारत से मिली। इस शो में उन्होंने शकुनि मामा का किरदार निभाया था।

सेना में भी बिताया वक्त

अपने अभिनय की शुरुआत करने से पहले गुफी पेंटल सेना में थे। एक रिपोर्ट के मुताबिक गुफी पेंटल ने बताया था, ‘जब 1962 में भारत-चीन युद्ध चल रहा था, तब मैं इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। युद्ध के दौरान भी कॉलेज में सेना की भर्ती चल रही थी। मैं हमेशा से सेना में शामिल होना चाहता था। मैं चीन सीमा पर आर्मी आर्टिलरी में तैनात था।’

वह आगे कहते हैं, ‘सीमा पर मनोरंजन के लिए कोई टीवी और रेडियो नहीं था इसलिए हम (सेना के जवान) सीमा पर रामलीला करते थे। मैं रामलीला में सीता की भूमिका निभाता था और एक व्यक्ति रावण के वेश में स्कूटर पर आता था और मेरा अपहरण कर लेता था। मुझे एक्टिंग का शौक था इससे मुझे थोड़ी ट्रेनिंग हुई।’

कैसे मिला शकुनी का रोल

‘महाभारत’ में शकुनी के रोल के लिए गूफी पेंटल बतौर कास्टिंग डायरेक्टर एक एक्टर की तलाश कर रहे थे। उन्होंने 3 लोगों को शॉर्टलिस्ट भी किया था लेकिन पटकथा लेखक मासूम रजा ने उन्हें इस रोल को करने की सलाह दी। इस तरह उन्होंने किरदार निभाया और इसे हमेशा के लिए यादगार बना दिया।(एएमएपी)