महादेव बुक्स कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में जारी  प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई में एक के बाद एक बॉलीवुड हस्‍तियों के नाम सामने आ रहे हैं। अब अभिनेता रणबीर कपूर के बाद कपिल शर्मा, कोहुमा कुरैशी और हीना खान जैसी मशहूर हस्तियों को तलब किया गया ।

ईडी से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि एजेंसी ने वित्तीय जांच एजेंसी द्वारा बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर को तलब करने के एक दिन बाद कॉमेडियन कपिल शर्मा  को पूछताछ के लिए बुलाया । आरोप है कि कई मशहूर हस्तियों ने मोटी रकम के बदले महादेव बुक्स के मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन का समर्थन किया। फिलहाल कई मशहूर हस्तियां ईडी की जांच के दायरे में हैं और आने वाले दिनों में उन्हें पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर बुलाया जाएगा।

महादेव बुक्स ने शादी पर खर्च किए 200 करोड़ रुपये

संयुक्त अरब अमीरात में फर्म के प्रमोटर सुनील चंद्राकर की भव्य शादी में भी कई बॉलीवुड हस्तियों ने भाग लिया था और वित्तीय जांच एजेंसी को पिछले महीने की गई तलाशी के दौरान होटलों के भुगतान और परिवहन विवरण का विवरण मिला था।

ईडी को जानकारी में आया है कि महादेव बुक्स ने दुबई में विवाह समारोह कार्यक्रम पर लगभग 200 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें परिवार के सदस्यों को नागपुर से संयुक्त अरब अमीरात तक ले जाने के लिए निजी जेट किराए पर लिए गए। ईडी की जांच में यह भी पाया गया कि शादी में परफॉर्म करने के लिए मशहूर हस्तियों को काम पर रखा गया था। वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर आदि को मुंबई से काम पर रखा गया था और नकद भुगतान करने के लिए हवाला चैनलों का इस्तेमाल किया गया था।

महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप है

उल्‍लेखनीय है कि ईडी महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप की जांच कर रही है, जो अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को नए उपयोगकर्ताओं को नामांकित करने, उपयोगकर्ता आईडी बनाने और बेनामी बैंक खातों के एक स्तरित वेब के माध्यम से धन की हेराफेरी करने में सक्षम बनाने के लिए ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म की व्यवस्था करने वाला एक प्रमुख सिंडिकेट है।

इस मामले में ईडी ने सामने आकर अब तक बताया है कि उसने मामले के सिलसिले में कोलकाता, भोपाल और मुंबई में तलाशी के बाद 417 करोड़ रुपये जब्त किए हैं । वहीं, ईडी की जांच में आया है कि कई मशहूर हस्तियां इन सट्टेबाजी संस्थाओं का समर्थन करती हुई पाई गई हैं। ईडी ने कहा भी कि मशहूर हस्तियां इन सट्टेबाजी संस्थाओं का समर्थन कर रही हैं और संदिग्ध लेनदेन के माध्यम से मोटी फीस के बदले में उनके कार्यों को अंजाम दे रही हैं।(एएमएपी)