भाजपा ने कहा तृणमूल आदिवासी विरोधी पार्टी।

पश्चिम बंगाल के कारागार मंत्री अखिल गिरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उनका एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह राष्ट्रपति के लुक को लेकर शर्मनाक टिप्पणी कर रहे हैं। उनकी इस अभद्र टिप्पणी पर वहां मौजूद सैकड़ों तृणमूल कार्यकर्ता और नेता तालियां बजाते नजर रहे हैं।

मिली जानकारी के अनुसार गिरी ने यह टिप्पणी गुरुवार को पूर्व मेदनीपुर के नंदीग्राम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए की थी। भारतीय जनता पार्टी की बंगाल इकाई ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर यह वीडियो देर रात साझा किया है। इसमें अखिल गिरी कह रहे हैं, शुभेंदु अधिकारी कहते हैं कि मैं देखने में सुंदर नहीं हूं। हम राष्ट्रपति पद का सम्मान करते हैं लेकिन क्या कभी आपने अपनी राष्ट्रपति की सूरत देखी है ?

इस बयान को लेकर अखिल गिरी की चौतरफा आलोचना हो रही है। भाजपा ने उनकी टिप्पणी को तृणमूल कांग्रेस की आदिवासी विरोधी रवैये का परिचायक करार देते हुए कड़ी आलोचना की है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा है कि ममता बनर्जी और उनके लोग शुरुआत से ही आदिवासियों के घोर विरोधी रहे हैं। जब देश के राष्ट्रपति के तौर पर पहली बार एक आदिवासी महिला के नाम का प्रस्ताव भाजपा ने दिया तब ममता बनर्जी ने उनका समर्थन नहीं किया। अब उनके कैबिनेट के मंत्री उनकी सूरत पर इतनी गिरी हुई टिप्पणी कर रहे हैं।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इसे लेकर ट्वीट किया है और कहा है कि देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति और वह भी एक महिला के खिलाफ जिस तरह की टिप्पणी अखिल गिरी ने की है वह शर्मनाक है। ममता बनर्जी ने अगर अब भी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी यह वीडियो ट्विटर पर डाला है और लिखा है, “सीएम ममता बनर्जी हमेशा से आदिवासी विरोधी रही हैं। उनके मंत्री अखिल गिरी ने इसे और आगे बढ़ाया और राष्ट्रपति के लुक पर उनका अपमान किया। वह और उनकी सरकार आदिवासियों से इतनी नफरत क्यों करती है?”

इस मामले में अभी तक टीएमसी नेताओं की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। इससे पहले, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी, कांग्रेस नेता उदित राज को भी राष्ट्रपति पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था। बाद में दोनों नेताओं ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी थी। (एएमएपी)