“This is vendetta politics of BJP. They killed democracy….It is unacceptable, it is injustice. Mahua will win the battle. The people will give justice. They (BJP) will be defeated in the next election…shame on BJP.” says West Bengal CM #MamtaBanerjee on the expulsion of… pic.twitter.com/EOzz2UxD0G
— cliQ India (@cliQIndiaMedia) December 8, 2023
आज शुक्रवार को उत्तर बंगाल के कर्सियांग में ममता के भतीजे आवेश की शादी होनी है। इसके लिए पूरा बनर्जी परिवार उत्तर बंगाल की पहाड़ियों पर पहुंचा हुआ है। इस बीच राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फोन किया है। सीएम के करीब सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी ने उन्हें फोन कर भतीजे की शादी की शुभकामनाएं दी और उसके बाद गठबंधन की बैठक में शामिल होने का अनुरोध किया। ममता ने उन्हें बताया कि बैठक की तारीख तय करने से पहले सभी विपक्षी दलों के संबंधित नेताओं से बात की जानी चाहिए। ममता ने आश्वस्त किया है कि अगली बैठक जब भी होगी, वह जरूर आएंगी। सूत्रों ने बताया कि दिसंबर के आखिरी सप्ताह में विपक्षी दलों के गठबंधन की बैठक होनी है।
ममता बनर्जी ने कहा है कि उन्होंने राहुल गांधी को बताया कि उन्हें बुधवार को बुलाई गई इंडिया गठबंधन की बैठक के बारे में पहले सूचित नहीं किया गया था और अंतिम समय में वह अपने कार्यक्रम को बदल नहीं सकती हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि बैठक के लिए उन्हें जल्द ही एक नई तारीख के घोषणा की उम्मीद है। बनर्जी ने कहा कि मेरा पहले से कार्यक्रम तय था और अन्य मुख्यमंत्री भी व्यस्त थे। साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने राहुल गांधी से कहा है कि चिंता की कोई बात नहीं है जब भी वो चाहेंगे अगले तारीख में हम मिलेंगे।
नीतीश और अखिलेश ने भी बैठक से बनाई थी दूरी
नीतीश कुमार, जिन्हें इंडिया गठबंधन के संस्थापकों में से एक के रूप में देखा जाता है, ने बाद में कहा कि उनके पास भी कोई निमंत्रण नहीं था. मेरी तबीयत खराब थी। नीतीश कुमार ने हंसते हुए कहा कि “खबरों में कहा गया था कि मैं नहीं जा रहा हूं… यह कैसे संभव है?यह कैसे हो सकता है कि मैं इसमें शामिल न होऊं? मुझे बुखार था… अगली बैठक में जरूर जाऊंगा।
कांग्रेस ने स्थगित कर दी बैठक
तीन बड़े सहयोगियों की तरफ से बैठक में नहीं आने के फैसले के बाद कांग्रेस के पास पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा बुलाई गई बैठक को स्थगित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। बताते चलें कि इस बैठक का आयोजन तीन राज्यों के चुनावों में हार से ठीक पहले की गई थी। बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन की योजनाओं की रूपरेखा तैयार करने की उम्मीद थी। चुनाव में हार के बाद कांग्रेस को सहयोगी दलों से आलोचना का सामना करना पड़ा है, कांग्रेस पर सहयोगी दलों की तरफ से सवाल उठाए गए हैं। (एएमएपी)