मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन को दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश।

मणिपुर में पिछले 83 दिनों से हिंसा जारी है। इस बीच, कुछ ऐसी वीडियो सामने आए हैं, जिसने पूरे देश को दहला दिया है। इस वीडियो में कुकी समुदाय की दो महिलाओं को नग्न करके सड़क पर घुमाते हुए दिखाया जा रहा है। ये वीडियो पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन चुकी है। वीडियो वायरल होने के बाद राजनीति गरमा गई है। मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के कड़े रुख के बाद इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार की रात मुख्यमंत्री से बात की और घटना में शामिल किसी को भी न बख्शने को कहा है।पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक व्यक्ति को धोउबल जिला से गिरफ्तार किया है। संदिग्ध की पहचान 32 साल के हेराडास के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए दूसरे व्यक्ति का नाम पुलिस ने अभी तक खुलासा नहीं किया गया है। आरोप है कि हेराडास ने ही घटना का चौंकाने वाला वीडियो वायरल किया था। इस घटना के सामने आने के बाद पूरे देशभर में गुस्से और निंदा की लहर है।

इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने इस दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना में शामिल उपद्रवियों को गिरफ्तार करने और उचित सजा देने का आदेश दिया था। इस संबंध में गुरुवार को राज्य के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने बताया कि मणिपुर पुलिस ने घटना को बहुत गंभीरता से लिया है और अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस घटना को ‘निम्नतम स्तर पर अमानवीय’ बताते हुए गहरी चिंता व्यक्त की और आश्वासन दिया कि दोषियों को न्याय के दायरे में लाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।

प्रधानमंत्री बोले- 140 करोड़ देशवासी शर्मसार हुए

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने भी इस घटना की कठोर निंदा की है। उन्‍होंने कहा कि मेरा हृदय पीड़ा से भरा है, क्रोध से भरा है। मणिपुर की जो घटना सामने आई है, वह किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना है। पाप करने वाले, गुनाह करने वाले, कितने हैं-कौन हैं, यह अपनी जगह है, लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है। सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वे माताओं-बहनों की रक्षा करने के लिए कठोर से कठोर कदम उठाएं।

घटना पर राजनीति नहीं होनी चाहिए

प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने राज्यों में कानून व्यवस्था को और मजबूत करें। घटना चाहे राजस्थान की हो, छत्तीसगढ़ की हो या मणिपुर की हो, हम राजनीतिक विवाद से ऊपर उठकर कानून व्यवस्था और नारी के सम्मान का ध्यान रखें। किसी भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा। मणिपुर की इन बेटियों के साथ जो हुआ है, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता।

दरअसल, मणिपुर में 3 मई को कुकी समाज के कई संगठनों ने मैतेई को एसटी का दर्जा देने के मुद्दे पर प्रदर्शन किया था। इसके बाद से ही हिंसा की शुरुआत की थी। बताया गया है कि गत 4 मई को मणिपुर के कांगपोकपी जिले में दो महिलाओं के साथ कथित रूप से सामूहिक बलात्कार के बाद भीड़ ने दोनों महिलाओं को नग्न कर सड़कों पर निकाला था। इस दौरान किसी ने उस दौरान का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। आरोप है कि इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई संपत्तियों में तोड़फोड़ और लूटपाट की और कई घरों में आग लगा दी है। ग्रामीणों पर भी हमला किया।

जानकारी के अनुसार 4 मई वाले दिन हिंसक उपद्रव के बीच उन्मादी लोगों तीन युवतियों का अपहरण कर धान के खेत में ले जाया गया। बताया गया कि एक युवती वहां से भाग गई। बाद में दो युवतियों को पूरी तरह नग्न करके सामूहिक बलात्कार किया। भाई ने अपनी बहन को बदमाशों से बचाने का साहसिक प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने उसे बेरहमी से मार डाला।(एएमएपी)