धाराशिव जिले में भी कर्फ्यू, बीड़ में 49 गिरफ्तार
महाराष्ट्र के कई जिलों में आरक्षण के मराठा समाज के आंदोलन की आग लगातार तीसरे दिन भी सुलगती रही। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मंगलवार को सुबह राज्यपाल से मिलकर उन्हें राज्य में कानून व्यवस्था की जानकारी दी है। आंदोलनकारियों से निपटने के लिए बीड़ जिले के बाद धाराशिव जिले में भी कर्फ्यू लगा दिया गया है।
#WATCH | Maharashtra | Maratha reservation agitators set fire to the NCP office in Beed City earlier this evening. Later they also set residences of NCP MLA Sandeep Kshirsagar and state’s former minister Jay Kshirsagar on fire. Details awaited. pic.twitter.com/TcXSTsyuWm
— ANI (@ANI) October 30, 2023
मुख्यमंत्री ने जारांगे से की बात
इसी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मराठा नेता मनोज जारांगे पाटिल से फोन पर 25 मिनट तक बात की और उन्हें सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयास की जानकारी दी। लेकिन मनोज जारांगे पाटिल ने आठवे दिन भी अपनी भूख हड़ताल जारी रखने की घोषणा की है। मनोज जारांगे पाटिल ने कहा कि उन्हें अधूरा नहीं पूरा आरक्षण चाहिए। हालांकि मुख्यमंत्री से बात होने के बाद मनोज जारांगे पाटिल ने भूख हड़ताल के दौरान पानी पीना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री के खास अधिकारी मंगेश चिवटे भी मंगलवार को जालना में जारांगे पाटिल से मिले हैं, लेकिन मनोज जारांगे अपनी भूमिका पर अडिग हैं। उन्होंने भूख हड़ताल खत्म करने से मना कर दिया है।
पिछले दो दिनों से राज्य के कई जिलों में मराठा आंदोलन की वजह से तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने पुलिस को आंदोलनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने और उनकी गिरफ्तारी तेज करने का आदेश दिया है। इसके मद्देनजर बीड़ जिले में दो विधायकों के घर और कार्यालय जलाने के मामले में अब तक 49 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बीड़ और धाराशिव में कर्फ्यू
बीड़ और धाराशिव जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है और यहां इंटरनेट भी बंद कर दिया है। इसके बाद भी धाराशिव जिले में मराठा आंदोलनकारी रेलवे पटरी पर बैठकर रेल रोको आंदोलन कर रहे हैं। पुणे में आज निफाड़ में एसटी बस आंदोलन कारियों ने यात्रियों को निकाल कर फूंक दिया है। हिंगोली , सातारा, सोलापुर , जालना, छत्रपति संभाजी नगर और नासिक आदि जिलों में मराठा आंदोलनकारियों ने कहीं हाईवे जाम किया, कहीं सार्वजनिक कार्यालयों को बंद कर तो कहीं बंद का आयोजन कर अपना आंदोलन कर रहे हैं। (एएमएपी)