देश में करोड़ों किसानों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। ऐसे में किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए केंद्र और कई राज्य सरकारें कई शानदार योजनाओं का संचालन कर रही हैं, ताकि खेती किसानी करते समय उनको किसी प्रकार की आर्थिक दिक्कतों का सामना न करना पड़े। इसी को देखते हुए भारत सरकार एक बेहद ही शानदार योजना को चला रही है। इस स्कीम का नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना है। इस स्कीम के अंतर्गत सरकार हर साल किसानों को 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। 6 हजार रुपये की इस राशि को हर साल 3 किस्तों के रूप में जारी किया जाता है। हर किस्त को 4 महीनों के अंतराल पर किसानों के खाते में भेजा जाता है। सरकार ने अब तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की कुल 14 किस्तें ट्रांसफर कर चुकी है।

भारत में पिछले पांच वर्षों में सबसे कमजोर मॉनसूनी बारिश दर्ज की गई है, जिससे इस वर्ष प्रमुख फसलों की पैदावार कमजोर रह सकती है। दिसंबर 2018 में सब्सिडी कार्यक्रम शुरू होने के बाद से मोदी सरकार ने 11 करोड़ लाभार्थियों को कुल 2.42 लाख करोड़ रुपये दिए हैं।

सब्सिडी के बाद अब गरीब परिवारों को राहत देने के लिए कई उपाय

अधिकारी अब डीबीटी कार्यक्रम के तहत अधिक किसानों को शामिल करने के लिए नियमों में ढील देने पर चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन प्रस्तावों पर अभी अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है। सरकार गरीब परिवारों को राहत देने के लिए अन्य उपाय भी कर रही है, जैसे अगले साल मुफ्त अनाज कार्यक्रम का विस्तार करना और छोटे शहरी आवास के लिए सब्सिडी वाले ऋण पर विचार करना। बता दें भारत के 1.4 अरब लोगों में से लगभग 65 फीसद लोग गांवों में रहते हैं। मोदी एक लोकप्रिय नेता बने हुए हैं। 55 फीसद मतदाता उन्हें अनुकूल मानते हैं। हालांकि, बढ़ती असमानता और बेरोजगारी के मुद्दे चुनाव में उनके लिए चुनौती बन सकते हैं। सरकार अपने महंगाई पर काबू करने के उपायों, जैसे कि कुछ चावल निर्यात पर प्रतिबंध, ग्रामीण आय पर अंकुश लगाने के बाद किसानों की आय बढ़ाने की कोशिश कर रही है।

सम्‍मान निधि से हो सकते है वंचित

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि को दिसंबर 2018 में लागू किया गया। उसके बाद से 14 किस्त किसानों के खातों में आ चुका है। अब 15वीं किस्त की तैयारी हो रही है। मौजूदा समय में जनपद में 4 लाख 90 हजार 829 किसानों को योजना का लाभ मिल रहा है। इनमें से 3 लाख 69 हजार 775 किसानों ने अपनी जमीन का सत्यापन कराया है। जबकि अभी भी 46 हजार 409 ने ई-केवाईसी व 28 हजार 698 ने फिडिंग नहीं कराई है।

जिला कृषि अधिकारी उमेश कुमार ने बताया कि विभाग की ओर से 122 कर्मचारियों की ड्यूटी घर-घर जाकर एप के माध्यम से प्रक्रिया पूरी करने लगाई गई हैं। किसानों से किस्त संबंधित सभी प्रक्रिया पूरी करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि 15 अक्तूबर को 15वीं किस्त आएगी, लेकिन, जिन किसानों का ई केवाईसी और आधार फिडिंग नहीं होगा वह किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभ से वंचित रह जाएंगे। इसलिए ऐसे कृषक पोस्ट आफिस में अपना खाता खोल सकते हैं, जिससे उनको प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त होने लगेगा।

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ना पैसे खर्च किए बन जाएंगे पेंशन के हकदार

अगर पीएम किसान सम्मान निधि में अकाउंट है तो बिना किसी कागजी कार्यवाही के किसानों का रजिस्ट्रेशन पीएम किसान मानधन योजना में भी हो जाएगा। पेंशन योजना के लिए जरूरी पैसे सम्मान निधि के तहत मिलने वाले पैसों से कट जाएगा। हालांकि ऐसा करने के लिए एक फॉर्म भरना होगा। इसके बाद से पीएम किसान के तहत मिलने वाली राशि से ही हर महीने जरूरी पैसे कटते रहेंगे। वहीं 60 की उम्र के बाद आपको हर महीने 3000 रुपये पेंशन के हकदार हो जाएंगे। इसके साथ ही आपको पीएम किसान के तहत पैसे भी मिलते रहेंगे। दरअसल 60 साल की उम्र के बाद पैसे कटना बंद हो जाएंगे।

जानिए क्या है पीएम किसान मानधन योजना

पीएम किसान मानधन योजना छोटे और सीमांत किसानों को मंथली पेंशन देने की योजना है। इसमें 60 साल की उम्र पार करने के बाद हर महीने 3,000 रुपये बतौर पेंशन मिलेगी। यानी साल भर में 36,000 रुपये मिलेंगे। आमतौर पर इसमें रजिस्ट्रेशन 18 साल से 40 साल तक की उम्र का कोई भी किसान करा सकते हैं। वहीं उन्हें अपनी उम्र के हिसाब से इस योजना में हर महीने पैसे जमा करना होता है। 55 रुपये से लेकर 200 रुपये तक जमा किए जा सकते हैं। इसमें 60 की उम्र पूरा होने के बाद 3000 रुपये हर महीने पेंशन मिलती है।

जानिए पूरा गणित

पीएम किसान सम्मान निधि में 3 किश्तों में किसानों को 6,000 रुपये मुहैया कराए जाते हैं। दूसरी ओर पेंशन योजना में कम से कम 55 रुपये और ज्यादा से ज्यादा 200 रुपये हर महीने जमा करना होता है। ऐसे में अधिकतम सालाना 2400 रुपये और मिनिमम सालाना योगदान 660 रुपये हुआ। सालाना 6,000 रुपये मिलने पर अधिकतम योगदान 2400 रुपये कटने के बाद सम्मान निधि के 3600 रुपये अकाउंट में बचेंगे। वहीं, 60 की उम्र के बाद कुल फायदा 42000 रुपये सालाना हो जाएगा।

इस प्रकार से लाभ ले सकते है

आप पीएम किसान पोर्टल pmkisan.gov.in पर विजिट करके आसानी से इस स्कीम में अपनी ई-केवाईसी करा सकते हैं। इसके अलावा आप सीएससी सेंटर में जाकर भी अपनी ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करा सकते हैं।  योजना में आपको भूलेखों का सत्यापन कराना भी जरूरी है। इसके अलावा अगर आपने आवेदन करते समय किसी प्रकार की गलत जानकारी स्कीम में दर्ज की थी। इस कारण आपको स्कीम का लाभ नहीं मिलेगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारत सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 15वीं किस्त को नवंबर या दिसंबर महीने में जारी कर सकती है। गौर करने वाली बात है कि सरकार ने अभी तक इसको लेकर कोई आधिकारिक एलान नहीं किया है। (एएमएपी)