क्या अब प्याज होगा सस्ता?
पिछले साल अक्टूबर 2023 में केंद्र सरकार ने आम लोगों को राहत देने के लिए खुदरा बाजारों में 25 रुपये प्रति किग्रा की रियायती दर पर बफर प्याज स्टॉक की बिक्री बढ़ाने का फैसला किया था। इससे पहले अगस्त 2023 में प्याज के निर्यात पर 31 दिसंबर, 2023 तक प्रतिबंध लगाया गया था। अब इसके निर्यात पर प्रतिबंध हटने के आसार दिखने लगे तो प्याज के मामले में देश के सबसे बड़े थोक मार्केट लासलगांव में 19 फरवरी को भाव 40.62 फीसदी उछलकर 1,800 रुपये प्रति कुंतल पर पहुंच गया। अब जब बैन जारी रखा गया है तो सवाल उठता है कि क्या इसके भाव में गिरावट आएगी?
निर्यात प्रतिबंध हटाने की खबरों से उछल गया था भाव
निर्यात प्रतिबंध हटाने की खबरों के बीच देश के सबसे बड़े थोक प्याज बाजार लासलगांव में 19 फरवरी को थोक प्याज की कीमतें 40.62 प्रतिशत बढ़कर 1,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गईं, जो 17 फरवरी को 1,280 रुपये प्रति क्विंटल थीं। सूत्रों ने बताया कि 31 मार्च के बाद आम चुनाव से पहले भी प्रतिबंध हटाए जाने की संभावना नहीं है क्योंकि रबी (सर्दियों) प्याज का उत्पादन विशेष रूप से महाराष्ट्र में कम ‘कवरेज’ के कारण कम होने की आशंका है। वर्ष 2023 के रबी सीजन में प्याज का उत्पादन 2.27 करोड़ टन होने का अनुमान लगाया गया है। कृषि मंत्रालय के अधिकारी आने वाले दिनों में प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात में रबी प्याज ‘कवरेज’ का आकलन करेंगे।
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खुदरा बाजारों पर क्या पड़ा प्रभाव
उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक 19 फरवरी को खुदरा बाजारों में प्याज का औसत मूल्य 32.26 रुपये प्रति किलो था, जबकि 20 फरवरी को 32.43 रुपये। 19 के मुकाबले 20 फरवरी को छत्तीसगढ़ में प्याज 11.46 फीसद महंगा बिका। इसके अलावा पिछले दो दिन में गोवा, कर्नाटक, उत्तराखंड, तेलंगना, नागालैंड, मिजोरम, और यूपी में ही प्याज के खुदरा रेट में मामूली इजाफा हुआ। बाकी राज्यों में प्याज सस्ता ही हुआ है। (एएमएपी)